ऐश्वर्या-कैटरीना से भी खूबसूरत है यह पाकिस्तानी एक्ट्रेस, लेकिन गोरा रंग बना दुश्मन
फिल्म जगत में अक्सर चाहे अभिनेता हो या फिर कोई अभिनेत्री हो दोनों को ही सांवली रंगत, छोटे कद, बदसूरती के चलते लोगों के ताने बाने सुनने को मिलते हैं. हालांकि केवल सांवली रंगत वालों के साथ ही ऐसा नहीं होता है बल्कि गोरी रंगत वाले कलाकार भी इसका शिकार होते रहते हैं.
आज हम आपसे इस मुद्दे को लेकर बात करेंगे एक अभिनेत्री के बारे में. वो अभिनेत्री भारत की नहीं बल्कि हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान की है. उस अभिनेत्री का नाम है मोमिना इकबाल. मोमिना इकबाल बेहद खूबसूरत और जॉर्जियस है. मोमिना काफी ज्यादा ही खूबसूरत है.
मोमिना इकबाल को चाहने वालों की कोई कमी नहीं है. मोमिना की सोशल मीडिया पर अच्छी खासी फैन फॉलोइंग है. 29 वर्षीय मोमिना का जन्म 23 नवंबर 1992 को हुआ था. मोमिना फेयर कॉम्पलेक्शन के कारण परेशानियों का सामना कर चुकी है. हाल ही में अपने एक साक्षात्कार में उन्होंने इस पर खुलकर बात की है.
29 वर्षीय मोमिना ने इस बात का खुलासा किया कि अभिनय जगत में कदम रखने के दौरान ही ज्यादा गोरी रंगत के कारण लोगों ने उन्हें काफी कुछ कहा. इतना ही नहीं उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से भी परेशानियां झेलनी पड़ी. मोमिना ने बताया कि फेयर कॉम्पलैक्शन की वजह से मेरी को-एक्ट्रेसेज को भी मुझसे दिक्कत हुई.
मोमिना ने बताया कि मेरी गोर रंगत के कारण कई अभिनेत्रियां मेरे साथ किसी सीन में नहीं दिखना चाहती थी. उन्होंने बताया कि मेरे को-एक्टर्स मेरे साथ सीन में किसी भी एंगल से नहीं दिखना चाहते थे. वो सीन में मेरा हाथ भी नहीं पकड़ना चाहते थे. उन्हें लगता था मेरा हाथ पकड़ेंगी तो वो स्क्रीन पर टैन दिखेंगी.
अभिनेत्री ने आगे कहा कि, साथी कलाकार कहते थे हाथ नहीं लगाना, हाथ मेरा टैन आएगा. अगर कोई रोल है जहां दिखाना है कि लड़कियों की बॉन्डिंग है, वो कहती थीं मैं इसे हाथ नहीं लगाऊंगी, मेरे हाथ टैन आएंगे. मैं गले नहीं लगाऊंगी, मेरा गला टैन आएगा. तो आपका स्क्रीन पर वो रिलेशन फॉर्म नहीं हो पाता था.
पाकिस्तानी टीवी धारावाहिकों और फिल्मों में भी मोमिना काम कर चुकी हैं. उनका टीवी डेब्यू सीरियल पार्लर वाली लड़की से हुआ था. वे Ehd e Wafa, अजनबी लगे जिंदगी, इश्क में काफिर, खुदा और मोहब्बत सीजन 3,मेरे हमनशीं में नजर आ चुकी हैं.
वहीं उनकी पहली फिल्म दाल चावल’ थी. मोमिना ने साक्षात्कार में यह भी बताया कि रंग को लेकर जो दिक्कतें उन्हें पहले होतीं थी वैसा अब कुछ नहीं होता है. वे पहले इस तरह की अपनी दिक्कतों से भागती थीं लेकिन अब मजबूती के साथ सामना करती हैं.