जैसी मैं मर रही हूं, वैसे शाहरुख को भी मरना चाहिए.. जिंदा जलाई गई युवती का अंतिम Videoआया सामने
झारखंड के दुमका में एक तरफा इश्क ने खतरनाक मौड़ ले लिया। यहां अंकिता सिंह नाम की लड़की को शाहरुख नाम के लड़के ने जिंदा जला दिया। अंकिता की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने युवक से दोस्ती करने से इनकार कर दिया था। ऐसे में शाहरुख ने अंकिता के घर पेट्रोल छिड़क उसे जिंदा जला दिया। यह घटना 23 अगस्त की है।
अंकिता 95 फीसदी जल गई थी। 27 अगस्त की शाम उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया। हालांकि मरने से पहले उनसे एक बयान दिया है। इस बयान का वीडियो अब सोशल मीडिया पर बड़ा वायरल हो रहा है।
एक तरफा इश्क में गई अंकिता की जान
16 वर्षीय अंकिता सिंह 12वीं कक्षा की छात्रा थी। आरोपी शाहरुख उसी के मोहल्ले में रहता है। वह बीते कुछ दिनों से अंकिता का स्कूल और ट्यूशन तक पीछा करने लगा था। उसने कहीं से अंकिता का मोबाइल नंबर जुगाड़ लिया था। फिर उस पर रोज कॉल कर दोस्ती का दबाव बनाता था। जब अंकिता ने उसे साफ कह दिया कि मुझे इन लफड़ों में नहीं पड़ना तो उसने उसे मारने की धमकी दी। फिर अगले ही दिन अंकिता की घर की खिड़की से पेट्रोल छिड़क वहाँ आग लगा दी।
अंकिता की मौत के बाद दुमका में तनाव की स्थिति है। जगह-जगह प्रदर्शन हो रहे हैं। आरोपी को फास्ट ट्रैक कोर्ट के तहत फांसी देने की मांग की जा रही है। शहर में 144 धारा भी लग गई है। इस बेच अंकिता का मौत के ठीक पहले दिए बयान का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में जली हुई अंकिता को अस्पताल के बेड पर देखा जा सकता है।
मौत के पहले की शाहरुख के मरने की कामना
अंकिता उस रात की घटना का जिक्र करते हुए कहती है “मैं रूम में अकेली सो रही थी, कि सुबह 4 बजे के करीब वह खिड़की से पेट्रोल फेंककर आग जलाकर भाग गया। शाहरुख के साथ छोटू भी था, मैंने खिड़की में से देखा था।” इसके अलावा अंकिता ने अंत में ये भी कहा कि “उसकी (शहरुख) वजह से आज मैं जिस तरह से मर रही हूं, उसके साथ भी ऐसा ही होना चाहिए, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”
यहां देखें अंकिता का मौत के पहले का बयान
अंकिता के अंतिम संस्कार में हजारों लोग शामिल हुए थे। इस दौरान सभी की आंखें नम थी। परिजनों का कहना है कि अंकिता बड़ी होकर टीचर बनना चाहती थी। लेकिन शाहरुख ने उसका ये सपना उसके साथ ही खत्म कर दिया। अब हमारी प्रशासन से यही मांग है कि उसे फांसी की सजा दी जाए।” उधर राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी झारखंड के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर इस मामले में सही न्याय दिलाने की विनती की है। साथ ही मामले से जुड़ा कार्रवाई का 7 दिनों के भीतर ब्योरा भी मांगा है।