पितर नाराज होने पर देते हैं ये इशारा, फिर शुरू हो जाती है बर्बादी, समझें उन संकेतों को
हिन्दू धर्म में पीतरों के आशीर्वाद को काफी महत्व दिया गया है। कहते हैं कि यदि हमारे मृत पूर्वज खुश हो तो घर में सारी अच्छी चीजें होती हैं। धन लाभ से लेकर परिवार की तरक्की तक कई लाभ मिलते हैं। वहीं पितर यदि नाराज हो जाए तो इसका उल्टा होता है। फिर घर में अशान्ति रहती है। व्यर्थ के खर्चे होते हैं। धन हानि होती है। बनते काम भी बिगड़ जाते हैं। परिवार में लोग बीमार रहने लगते हैं। घर में तनाव का माहौल रहता है। संतान से जुड़ी समस्याएं आती है।
अब सवाल ये उठता है कि आपको कैसे पता चलेगा कि आपके पितर आपसे खुश हैं या नाराज? दरअसल वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे संकेत बताए गए हैं जो पितरों के नाराज होने की ओर इशारा करते हैं। यदि आपके घर कुछ खास चीजें हो रही हैं तो आप समझ जाइए कि आपके पितर आपसे नाराज हैं। इस स्थिति में आप कुछ खास उपाय कर उन्हें खुश कर सकते हैं।
घर में पीपल का उगना
वैसे तो पीपल के पेड़ को काफी शुभ माना जाता है। लोग इसकी पूजा भी करते हैं। लेकिन आप ने देखा होगा कि ये पेड़ अधिकतर घर के बाहर किसी मंदिर या मैदान में ही होते हैं। दरअसल घर में पीपल का पेड़ उगना शुभ नहीं माना जाता है। कहते हैं इससे पितृ दोष लगता है। यह एक संकेत हैं कि आपके मृत पूर्वज आप से खुश नहीं है।
अपने पितर देव की नाराजगी दूर करने के लिए आप सोमवार के दिन घर में उग रहे पीपल को जड़ से उखाड़ दें। फिर उसे किसी नदी में बहा दें। या आप उसे कहीं और घर से दूर भी लगा सकते हैं। इसके अलावा आपको अमावस्या के दिन गरीबों को दान करना है। यदि आपकी क्षमता है तो इस दिन गरीब बच्चों को सफेद कपड़े दान करें। ऐसा करने से आपके मृत पूर्वज प्रसन्न होंगे। आपको पितर दोष से मुक्ति से मिलेगी।
किसी कार्य को लेकर हद से ज्यादा सोचना
यदि आप या आपके घर में कोई सदस्य किसी भी काम को लेकर हद से ज्यादा सोच विचार करता है तो ये भी पितरों के नाराज होने का संकेत होता है। बिना मतलब ज्यादा सोचना इंसान को मानसिक रूप से पागल या कमजोर बना सकता है। इससे वह किसी रोग का शिकार भी हो सकता है। इससे और भी कई दिक्कतें आती हैं।
यह स्थिति चंद्रमा के बिगड़ने से भी बनती है। जब आप अपनी रोज की दिनचर्या का सही तरीके से पालन नहीं करते हैं तो कुंडली में मौजूद चंद्रमा दूषित हो जाता है। ऐसे में आप रोज भगवान शिव को जल्द चढ़ाकर अपने इस दोष को दूर कर सकते हैं। इसके अलावा किसी गरीब की मदद करना और गाय की सेवा करने से भी लाभ मिलता है।
दुर्भाग्य का पीछा ना छोड़ना
यदि आपके जीवन में एक के बाद एक लगातार बुरी चीजें ही हो रही हैं तो ये भी पितरों के रूठने का संकेत हो सकता है। दुर्भाग्य अक्सर देवों या पितरों की नाराजगी से ही आता है। इस स्थिति में आप घर में पितरों को शांत करने के लिए हवन यज्ञ रख सकते हैं। साथ ही उनके नाम से मंदिर में दान कर सकते हैं।