जब पंकज त्रिपाठी ने अपने पास रख ली थी मनोज बायपेयी की चप्पल, वजह बताते-बताते भावुक हो गए एक्टर
अपनी बेहतरीन अदाकारी के दम पर पंकज त्रिपाठी हिंदी सिनेमा के शानदार अभिनेताओं में शुमार हुए है. हिंदी सिनेमा में साइड और सहायक रोल करके ही पंकज त्रिपाठी ने काफी लोकप्रियता और सफलता हासिल कर ली है. हर कोई पंकज त्रिपाठी के अभिनय की दाद देता है.
वहीं दूसरी ओर मशहूर अभिनेता मनोज बाजपेयी (Manoj Bajpayee) का जलवा भी कुछ इस तरह का ही है. मनोज बाजपेयी भी अपनी दमदार अदाकरी के दम पर लोगों के दिलों में जगह बनाने में सफल रहे हैं. मनोज पंकज त्रिपाठी से उम्र और बॉलीवुड दोनों में ही सीनियर हैं.
आप सोच रहे होंगे कि हम आपसे आखिर दोनों अभिनेताओं की चर्चा एक साथ क्यों कर रहे हैं तो आपको बता दें कि दोनों अभिनेताओं से जुड़ा एक मशहूर किस्सा हम आपको सुनाने जा रहे हैं. एक बार पंकज ने मनोज की की चप्पल अपने पास रख ली थी. आइए इस रोचक किस्से के बारे में आपको विस्तार से बताते हैं.
आपको हम जो किस्सा सुना रहे हैं वो किस्सा खुद पंकज त्रिपाठी ने सुनाया था. बता दें कि एक बार ये दोनों ही दिग्गज कलाकार मशहूर कॉमेडियन कपिल शर्मा के कॉमेडी शो ‘द कपिल शर्मा शो’ (The Kapil Sharma Show) में पहुंचे थे. उनके साथ मेहमान के रूप में लोकप्रिय हिंदी कवि डॉ. कुमार विश्वास भी पहुंचे थे. तब बातचीत के दौरान पंकज ने एक मजेदार किस्सा सभी के साथ साझा किया था.
कपिल के शो पर मनोज के सामने पंकज ने इस बात का खुलासा किया कि हिंदी सिनेमा में कदम रखने से पहले वे होटल में काम किया करते थे. उन्होंने आगे कहा कि वे जिस होटल में काम करते थे वहां एक बार मनोज बाजपेयी ठहरे हुए थे. पंकज ने बताया कि मैं उनसे मिला और उनको बताया कि मैं भी थिएटर करता हूं.
अपनी बात जारी रखते हुए आगे पंकज ने कहा कि जब मनोज भैया वहां से चेकआउट करके चले गए तो वहां उनका चप्पल छूट गया था, तो मैं ने हाउसकीपिंग वाले से कहा कि ये चप्पल जमा मत करना ये मुझे दे दो और मैंने उनकी चप्पल रखी ली. पंकज की यह बात सुनकर सभी हैरान रह गए थे.
पंकज त्रिपाठी और मनोज दोनों ही बॉलीवुड के बड़े अभिनेता है हालांकि मनोज के प्रति पंकज के दिल में बेहद प्यार और सम्मान है. यह प्यार और सम्मान ही था कि मनोज की चप्पलों को पंकज ने अपने पास रख लिया. वैसे जब कपिल के शो पर पंकज ने यह किस्सा सुनाया था तो सभी लोग हंस पड़े थे.
पंकज ने आगे बताया कि, ”मैं एकलव्य की तरह इनके ‘खड़ाऊँ’ में पांव रखना चाहता था”. पहले सभी हंस रहे थे लेकिन यह बात सुनकर सभी थोड़े गंभीर हो गए. इसके बाद मनोज ने पंकज को गले लगा लिया.