जानें आज का गुड लक: अमोघ फल और मोक्ष पाने के लिए करें ये काम
आज सोमवार के दिन दिनांक 21.08.2017 को भाद्रपद सोमवती अमावस्या पड़ रही है। हिन्दू धर्मशास्त्र में आज के दिन को काफी ख़ास माना गया है। मत्स्य पुराण के अनुसार पितृओं ने अपनी कन्या आच्छोदा के नाम पर आच्छोद नामक तलब का निर्माण करवाया था। इसी तालाब पर अच्छोदा ने पितृ नामक अमावास से वरदान पाकर अमावस्या पंचोदाशी तिथि को पितृओं के लिए समर्पित किया।
इकट्ठे किये गए कुश का प्रभाव रहता है 12 साल तक:
हिन्दू धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि आज के दिन कुश को बिना किसी हथियार का प्रयोग किये उखाड़कर लाना चाहिए। इस दिन इकट्ठे किये गए कुश का प्रभाव 12 सालों तक रहता है। हिन्दू धर्मशास्त्रों में आज के दिन पितृ के लिए पिण्डदान, तर्पण, स्नान, व्रत और पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए नदी-तालाब में तिल प्रवाहित करना चाहिए। आज के दिन की गयी पूजा से अमोघ फल और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
पूजन विधि:
आज के दिन पूजा का विशेष महत्व होता है। यह दिन पितरों के लिए ख़ास माना जाता है। दक्षिण की तरफ मुँह करके बैठ जाएँ फिर पितरों को कुशासन देकर उनकी पूजा करें। सर्वप्रथम तिल के तेल का दीपक जलाएं। इसके बाद सुगन्धित धूप करें और सफ़ेद तिल चढ़ाएँ। दूध से तिलक करें और खीर का भोग लगायें। निम्न मन्त्र का 108 बार जाप करने के बाद खीर को प्रसाद स्वरुप बाँट दें।
विशेष मंत्र:
ॐ सर्व पितृ दोष निवारणाय क्लेशम हं हं सुख शांतिम् देही फट स्वाहा॥
पूजन मुहूर्त:
दिन 12:00 से दिन 12:30 तक।
अभिजीत मुहूर्त:
दिन 11:58 से दिन 12:50 तक।
अमृत काल:
दिन 14:22 – शाम 15:51 तक।
यात्रा महूर्त दिशाशूल:
पूर्व। राहुकाल वास – वायव्य। अतः पूर्व व वायव्य दिशा की यात्रा टालें।
शुभ रंग:
कुंद।
शुभ दिशा:
दक्षिण-पूर्व।
शुभ समय:
शाम 16:53 से शाम 18:35 तक।
शुभ मंत्र:
ॐ श्रीम् नमः॥
शुभ टिप्स:
सर्वार्थ सफलता हेतु पीपल पर दूध चढ़ाएं।
जन्मदिन के लिए शुभ:
जीवन में रोगमुक्त रहने के लिए आज के दिन दूध में अपनी छाया देखकर उसे जल में प्रवाहित करें।
एनिवर्सरी के लिए शुभ:
आज के दिन जीवनसाथी संग किसी वृद्ध स्त्री को सफ़ेद वस्त्र दान करें, ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से गृहक्लेश मिटेगा।