सेकंड हैंड साइकिल देख खुशी से उछल पड़ा बच्चा, हाथ जोड़कर और नाच-कूदकर मनाया जश्न, देखें Video
गरीब लोग और बच्चे छोटी-छोटी चीजों में ही खुश हो जाते हैं। इस बात का ताजा उदाहरण इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो के रूप में वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे एक बच्चा और उसके पिता घर में सेकंड हैंड साइकिल आने पर खुशी से जश्न मनाते हैं।
सेकंड हैंड साइकिल देख खुशी से उछल पड़ा बच्चा
आमतौर पर हमलोग जब घर में कोई नई चीज आती है तो खुश होते हैं। अधिकतर ये नई चीज कोई कार, बड़ा टीवी या महंगी बाइक होती है। लेकिन पुरानी और छोटी चीजों के घर आने पर आप ने शायद ही किसी को इतना खुश होते देखा होगा। जब इस गरीब परिवार ने एक सेकंड हैंड साइकिल आती है तो बच्चे की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है। वह खुशी के मारे उछलने लगता है।
साइकिल के घर आने पर ये परिवार उसकी पूजा करता है। फूलों की माला भी पहनाता है। वहीं ये सब देख बच्चे बेहद खुश होता है। वह इस साइकिल के हाथ जोड़ उसका अपने घर में स्वागत करता है। अब बच्चे का यह रिएक्शन सोशल मीडिया पर बड़ा वायरल हो रहा है। दिल छू लेने वाले इस नजारे को देख IAS अधिकारी अवनीश शरण भी इंप्रेस हो गए।
IAS ने की तारीफ
IAS अवनीश शरण ने यह प्यारा सा वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया है। इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा “यह बस एक सेकेंड हैंड साइकिल है। लेकिन जरा इनके चेहरे पर खुशी तो देखिए। इसे देख ऐसा लगता है मानो उन्होंने अभी अभी कोई नई मर्सिडीज बेंज गाड़ी खरीदी है।” IAS के इस वीडियो को लोग काफी पसंद कर रहे हैं। इसे अभी तक दस लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं।
It’s just a second-hand bicycle. Look at the joy on their faces. Their expression says, they have bought a New Mercedes Benz.❤️ pic.twitter.com/e6PUVjLLZW
— Awanish Sharan (@AwanishSharan) May 21, 2022
छोटी चीजों में खुशी ढूँढना ही हैप्पी लाइफ का मंत्र है
हर कोई इस पर अलग-अलग प्रतिक्रिया दे रहा है। एक यूजर ने कहा ‘छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूँढना ही जिंदगी में खुश रहने का असली मंत्र है।’ फिर दूसरे ने लिखा ‘ये वीडियो बहुत ही प्यारा है। मुझे भी याद है जब पापा पहली बार घर में साइकिल लाए थे। तब मैं भी बड़ा खुश हुआ था।”
फिर एक कमेंट आता है “यह वीडियो हमे जिंदगी के बारे में बहुत कुछ सिखाता है। हमे बस हर चीज में खुशियां ढूँढ़नी चाहिए।” एक अन्य शख्स लिखता है “एक मात्र पैसा सुख का कारण नहीं होता है। इंसान संतोषी और कर्म योगी हो तो हर परिस्थिति में ईश्वर की कृपा से सुख का अनुभव कर सकता है।”