आधे घंटे में हटाए 17 देश विरोधी ट्वीट, ‘रक्षाबंधन’ फिल्म की कनिका को बॉयकॉट का डर,फैलाती है जहर
बॉलीवुड सुपरस्टार अक्षय कुमार इन दिनों अपनी आगामी फिल्म ‘रक्षाबंधन’ को लेकर सुर्ख़ियों में चल रहे हैं. उनकी यह फिल्म 11 अगस्त को रक्षा बंधन के मौके पर रिलीज होगी. लेकिन अक्षय की यह फिल्म इसकी लेखिका कनिका ढिल्लों के चलते बड़ी मुसीबत में फंस सकती है.
अक्षय की फिल्म की लेखिका ‘कनिका ढिल्लों’ फिल्म की रिलीज से कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आई है. दरअसल हाल ही में कनिका की हिंदूओं के प्रति नफरत साफ झलकर सामने आई है. उनके इस तरह के कई ट्वीट भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है.
एक ट्विटर यूजर ने दावा किया है कि कनिका ने 2 अगस्त को करीब आधे घंटे के भीतर 17 ट्वीट हटाए है. ये ऐसे ट्वीट थे जिनमें उन्होंने कभी मोदी सरकार का विरोध किया कभी मुस्लिमों का समर्थन करते हुए हिंदूओं के खिलाफ जहर उगला. हालांकि उनके ट्वीट के स्क्रीनशॉट सामने आ गए है. जिनमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से कनिका की हिंदू घृणा स्पष्ट झलक रही है.
So @KanikaDhillon has started deleting her tweets 17 tweets have been deleted by her in last half hour.
We have many screen shots ! @akshaykumar can’t distance himself from this
Boycott Rakshabandhan Movie Too.
— Sameet Thakkar (@thakkar_sameet) August 1, 2022
कनिका ने ऐसा ‘रक्षाबंधन’ फिल्म के बहिष्कार के डर से किया है. कहीं पुराने ट्वीट में उन्होंने हिंदूओं और हिंदुत्व को कटघरे में खड़ा किया तो कभी दश और केंद्र सरकार को कोसती हुई नजर आईं. एक ट्वीट में भारत को कनिका ने लिंचिस्ता कहते हुए लिखा था कि, “गौ-माता का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान!#लिंचिस्तान! गौमाता भी डरी हुई हैं और थक गई हैं! वह भी देश छोड़कर यूएस जाना चाहती हैं और तब तक ट्रंप को झेलने को तैयार हैं जब तक कि हिंदुस्तान में शांति, सामान्य बुद्धि और इंसानियत नहीं लौट आती.”
So this Hindu-hating woketard is the writer of @akshaykumar’s movie, #RakshaBandhan? I wouldn’t watch ANYTHING this woman is associated with! @KanikaDhillon pic.twitter.com/1LbhOgONZa
— Shefali Vaidya. 🇮🇳 (@ShefVaidya) August 2, 2022
वहीं जब साल 2018 में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जरूरत पड़ने पर देश में लिंचिंग के विरुद्ध कानून लाने की बात कही तो केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कनिका ने सवाल खड़े किए थे. उन्होंने सरकार के साथ ही गौरक्षकों पर भी सवाल उठाए थे.
साल 2019 के दौरान कनिका ने नागरिक संशोधन अधिनियम के विरुद्ध प्रदर्शन का समर्थन किया था और अपने ट्वीट में सीधे सीधे उन्होंने मुस्लिमों का समर्थन करते हुए कागज न दिखाने की बात कही थी. जबकि कनिका ने ट्वीट पर पुलिस को भी कटघरे में खड़ा किया था.
वहीं मध्यप्रदेश के खरगोन में इस साल हुई धार्मिक हिंसा पर भी उन्होंने हिंदूओं को घेरा. कनिका ने अपने ट्वीट में लिखा था कि, “मैं हिंदू हूँ और मुझे भारतीय मुस्लिमों की इज्जत करना सिखाया गया है. यही हिंदुओं के जीने का ढंग है. हम करम में विश्वास रखते हैं और इस तरह मस्जिदों पर पत्थरबाजी औप गरीब मुस्लिमों के घर उजाड़ना करम नहीं है. ये पागलपन है और हिंदुत्व के विरुद्ध है.”