स्कूल छोड़ नहाने चले गए दो भाई, वापस कफन में लिपटे आए, मासूमों की अर्थी देख नम हो गई हर आंखें
बच्चे बड़े ही नटखट और चंचल होते हैं। उनका मन जिज्ञासा से भरा रहता है। उन्हें बस अपने खेलकूद और मजे से मतलब होता है। इस चक्कर में वे अक्सर मुसीबत में भी पड़ जाते हैं। अब राजस्थान के श्रीनगर का यह दुखद मामला ही ले लीजिए। यहां दो भाई नहाने के लिए घर से निकले, लेकिन फिर परिजनों को जो खबर मिली उससे परिवार में कोहराम मच गया। माता पिता सदमे में चले गए।
नहाने के दौरान डूबे दो भाई
दरअसल यहां श्रीगंगानगर जिले की कच्ची बस्ती में देव और सन्नी नाम के दो भाई रहते थे। दोनों आपस में मामा बुआ के बेटे थे। सोमवार 1 अगस्त दोनों स्कूल नहीं गए। वह घूमते हुए बोटिंग पोंड में नहाने चले गए। यहां नहाते समय वह पानी में डूब गए। इस दौरान वहाँ से गुजर रहे लोगों की नजर उन पर पड़ी। उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।
फिर मौके पर NDRF भी आ पहुंची। उन्होंने एक घंटे की कोशिश के बाद दोनों बच्चों को बाहर निकाला। लेकिन अफसोस की उनकी जान नहीं बच सकी। उनकी पानी में डूबने के चलते मौत हो गई। वहाँ मौजूद कुछ लोगों ने ये भी कहा कि इन बच्चों के अलावा दो और बच्चे भी थे। ऐसे में NDRF ने दो घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। हालांकि बाद में कोई और बच्चों के नहीं होने की बात सामने आई।
परिवार में छाया मातम
बताया जा रहा है कि सन्नी और देव आपस में बेस्ट फ्रेंड थे। दोनों हर काम साथ में करना पसंद करते थे। देव के पिता ढोल बजाते हैं। देव उनका एकलौता बेटा था। दूसरी तरफ सन्नी के पिता एक मजदूर हैं। दोनों परिवार में बेटों को खोने से गहरा मातम छाया हुआ है। परिवार अपनी किस्मत को कोस रहा है। उन्हें अभी भी यकीन नहीं हो रहा कि उनके घर के चिराग अब बुझ चुके हैं।
पहले भी सामने आ चुकी है ऐसी घटनाएं
वैसे बात दें कि ऐसी ही एक और घटना कच्ची बस्ती इलाके में रविवार को हुई थी। तब यहां 5 बच्चों का डिग्गी में डूबने से निधन हो गया था। ये बच्चे भी बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे। इन दिनों मानसून का सीजन भी चल रहा है। ऐसे में जगह-जगह जल स्तर कुछ ज्यादा ही है।
राजस्थान की बात करें तो श्रीगंगानगर में मानसून कुछ ज्यादा ही उग्र है। इसकी वजह से यहां के अधिकतर जल स्रोत लबालब हो चुके हैं। इन जल स्रोतों पर सेफ़्टी के कोई इंतजाम नहीं है। इसके चलते हादसे होते रहते हैं।