कैसे बन सकते है इंडियन एयरफोर्स में पायलट ? कौनसी पढ़ाई करनी होगी, सब कुछ जानें यहां
बड़ी संख्या में देश के नौजवान भारतीय सेना में जाने का सपना देखते है। कोई थल सेना, कोई जल सेना तो कोई वायु सेना में जाना पसंद करता है और इसके लिए युवा कड़ी मेहनत भी करते है। आज हम आपको बताएंगे ही अगर कोई वायुसेना में पायलट बनना चाहता है तो वो कैसे अपना यह सपना पूरा कर सकता है और इसके लिए किस तरह की पढ़ाई, कोर्स, प्रशिक्षण की आवश्यकता है। (how to become pilot in Indian airforce)
सबसे पहले आपको यह स्पष्ट कर दें कि कोई भी नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA), कम्बाइंड डिफेंस सर्विसेज एग्जाम (CDSE), शॉर्ट सर्विस कमिशन एंट्री (SSC) और NCC एंट्री के माध्यम से ही भारतीय वायुसेना में पायलट पद तक पहुंच सकता है। आप 12वीं पास करने के बाद एनडीए कोर्स ज्वाइन कर सकते हैं. जबकि अन्य कोर्स के लिए आपका ग्रेजुएट होना आवश्यक है।
परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद उम्मीदवारों को अतिरिक्त चिकित्सा परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है। इस दौरान एक साक्षात्कार में इस बात का पता लगाया जाता है कि आप इसके लिए योग्य है। गौरतलब है कि यह साक्षात्कार आपने वायु सेना में पायलट बनने के सपने को साकार करने में आपकी काफी मदद करेगा।
इंटरव्यू की प्रक्रिया 5 स्टेज में होती है और इसमें सफलता पाने के बाद उम्मीदवार को मेडिकल चेक-अप, PABT टेस्ट (पायलट एप्टीट्यूट बैटरी टेस्ट) के लिए बुलाया जाता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि अगर आप एक बार में PABT टेस्ट नहीं करते है तो आपको जीवन में दोबारा कभी भी इंडियन एयर फ़ोर्स में पायलट के लिए आवेदन नहीं कर पाएंगे।
अगली कड़ी में फाइनल मेरिट लिस्ट का इन्तजार आपको करना होगा। लिस्ट में जिसका नाम होता है वो फिर आगे ट्रेनिंग के लिए जाता है। उम्मीदवारों को फिर Dundigal Air Force Academy में भेजा जाता है। यहां उन्हें कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना होता है। यहां प्लेन उड़ाने की पूरी ट्रेनिंग दी जाती है। पूरी ट्रेनिंग तीन-तीन अलग-अलग चरणों में बटी रहती है। जहां एक चरण में एक साल और एक चरण में 6 माह का समय लगता है।
एयरफोर्स पायलट के लिए यह योग्यता भी है आवश्यक…
एयरफोर्स पायलट बनने के लिए ऊपर बताई गई बातों के साथ ही यह भी ध्यान रखना आवश्यक है कि उम्मीदवार के पास भारतीय नागरिकता हो। आपका भारत में रहना ही आवश्यक नहीं है बल्कि भारत की नागरिकता होना भी आवश्यक है।
इन बातों का भी रखें ध्यान…
इसके अलावा भारतीय वायुसेना में पायलट बनने वालों के लिए यह जरूरी है कि उन्हें अच्छी अंग्रेजी भाषा आती हो।
उम्मीदवार मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से पूर्णतः स्वस्थ हो।
आपका कद कम से कम 5 फ़ीट होना चाहिए।
आंखों से संबंधित कोई रोग न हो। पास का या दूर का न दिखना या धुंधला दिखने जैसी कोई समस्या न हो।