मिलिए पार्थ की एक और हसीना मोनालिसा जिन से ED को मिली है अनाब सनाब दौलत, जानिये इनका रिश्ता
बंगाल का शिक्षक भर्ती घोटाला इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस घोटाले में पार्थ चटर्जी मुख्य आरोपी के रूप में उभर कर सामने आए हैं। वहीं उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी पर भी ED शिकंजा कस रही है। अर्पिता के घरों पर छापा मारने के बाद ED को 50 करोड़ से अधिक कैश, 4 करोड़ की ज्वैलरी, 20 मोबाइल फोन जैसी चीजें मिल चुकी है। वह इस मामले में अर्पिता और पार्थ से पूछताछ कर रही है।
सिर्फ अर्पिता ही नहीं, ये हसीना भी थी पार्थ के करीब
इस बीच एक और नाम सामने आया है मोनालिसा दास (Monalisa Das)। सूत्रों की माने तो अर्पिता मुखर्जी के बाद मोनालिसा ED की अगली सस्पेक्ट हो सकती हैं। भाजपा ने तो पहले ही यह दावा किया था कि पार्थ चटर्जी की अर्पिता मुखर्जी के अलावा एक और करीबी है मोनालिसा दास। वह भी इस घोटाले में शामिल हो सकती है।
यह दावा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने किया था। उनके अनुसार मोनालिसा दास के पास कई करोड़ रुपए की संपत्ति है। वह पार्थ चटर्जी की करीबी भी हैं। तो आखिर कौन है ये मोनालिसा दास जिसके इतने चर्चे हो रहे हैं? चलिए जानते हैं।
कौन है मोनालिसा दास?
मोनालिसा दास एक प्रोफेसर हैं। हालांकि एक प्रोफेसर जैसी सामान्य नौकरी होने के बावजूद उनके पास 10 फ्लैट हैं। भाजपा के दिलीप घोष की मांग है कि इन सब चीजों की जांच होनी चाहिए। उधर दूसरी ओर मोनालिसा अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बताया है।
वैसे कुछ मीडिया रिपोर्ट्स इस बात का दावा कर रही है कि बीरभूम के शांतिनिकेतन में मोनालिसा दास के कई फ्लैट हैं। इन फ्लैट्स की कीमत भी आसमान छूती है। ये करोड़ों के हैं। बताया जा रहा है कि ईडी ने अर्पिता मुखर्जी से पूछताछ के दौरान मोनालिसा दास के बारे में भी कई सवाल पूछे।
मोनालिसा की शिक्षक भर्ती में पार्थ का हाथ?
इस घोटाले में मोनालिसा का नाम सामने आने पर अब उनकी प्रोफेसर पद की नियुक्ति पर भी उंगली उठाई जा रही है। आरोप है कि मोनालिसा ने रसूख का इस्तेमाल कर यह जॉब हासिल की है। उन्हें यह नौकरी दिलाने में पार्थ चटर्जी का बाद हाथ होने का शक भी जताया जा रहा है। हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि उनके पार्थ से किस तरह के संबंध है।
काजी नजरूल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के अनुसार मोनालिसा दास बंगाली विभाग की प्रमुख हैं। उनके ऊपर बांग्लादेश से कनेक्शन होने का भी आरोप है। वे कई बार बांग्लादेश की यात्रा करती रहती हैं। अब वह इस पड़ोसी देश में किस उद्देश्य से जाती थी इसकी भी जांच हो सकती है।
कभी रहती थी किराए के मकान में, अब है करोड़ों की मालकिन
एक जमाना था जब मोनालिसा दास 5 साल तक किराए के मकान में रहीं। यह किराए का मकान पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एसबी गोराई रोड पर विवेकानंद पल्ली में था। वह इस मकान में अकेली रहती थी। लेकिन अब एक शिक्षिका के पास अचानक से इतने सारे करोड़ों की कीमत वाले फ्लैट्स का निकलना कई सारे सवाल खड़े करता है।