बेटी के कारनामों पर आया अर्पिता मुखर्जी की मां का बयान, बोली – ऐसी लगती तो नहीं थी
पश्चिम बंगाल में इन दिनों शिक्षा भर्ती घोटाला खूब चर्चा का विषय बना हुआ है। इस केस में पार्थ चटर्जी के अलावा उनकी खास करीबी अर्पिता मुखर्जी पर ईडी एक के बाद एक कई कार्रवाई कर रही है। ED ने जब अर्पिता के घर छापा मारा तो उन्हें 50 करोड़ रुपये से अधिक कैश और 5 किलो गोल्ड मिला था। अब यहां हैरान करने वाली बात ये है कि एक तरफ तो अर्पिता पैसों में खेल रही थी। जीवन की हर सुख सुविधाओं का आनंद ले रही थी। लेकिन वहीं दूसरी तरफ उनकी मां गरीबी और मुसीबत में अपना जीवन बिता रही हैं।
बेटी के काले कारनामों पर क्या बोली बीमार मां?
अर्पिता मुखर्जी की मां कोलकाता से सिर्फ कुछ किलोमीटर की दूरी पर जर्जर हो चुके अपने 50 साल पुराने पुश्तैनी मकान में रहती है। मां की आर्थिक हालत इतनी कमजोर है कि उनके पास बेसिक सुख सुविधाओं की भी कोई चीज नहीं है। ऊपर से वह बीमार रहती हैं। उन्होंने अपनी देखरेख के लिए घर में दो हाउस हेल्प रखी हुई हैं। यही उनके खाने पीने और अन्य जरूरतों का ध्यान रखते हैं।
आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि अर्पित अपनी मां से मिलने कभी कभार कार से आ जाती है। हालांकि वह यहां ज्यादा देर नहीं रुकती थी। जब मां से बेटी को लेकर सवाल पूछे जाते हैं तो वह उसके बारे में कोई भी बात करने से साफ इनकार कर देती है। बीते कुछ दिनों से अर्पिता काफी समय से अपनी मां से मिलने नहीं आई थी। अर्पिता की माँ ने कहा की उनकी बेटी के कारनामे ऐसे होंगे ‘ऐसी लगती तो नहीं थी ‘
अब तक छापे में क्या क्या हुआ बरामद?
ED को अपनी जांच में अर्पिता के मुख्य घर के अलावा चार फ्लैटों और लग्जरी कारों की जानकारी भी हाथ लगी। अर्पिता के ड्राइवर ने भी एक्ट्रेस के पास कई कारों के होने की बात कही है। अभी इनमें से कुछ कारें गायब भी है। गायब हुई चार कारें Mercedes Benz, Audi A4, Honda CRV और Honda City है। इनमें से दो कारें (होंडा सिटी और दूसरी ऑडी) अर्पिता के नाम पर ही है। डायमंड सिटी कॉम्प्लेक्स से गायब हुई इन कारों को खोजने के लिए जांच एजेंसी CCTV फुटेज टटोल रही है।
गौरतलब है कि ईडी ने 23 जुलाई को अर्पिता के फ्लैट पर पहली बार छापा मारा था। तब उन्हें 21 करोड़ 90 लाख रुपये कैश और 70 लाख रुपये का सोना, 60 लाख की विदेशी करेंसी और 20 मोबाइल मिले थे। वहीं दूसरे छापे में 27 करोड़ 90 लाख रुपये कैश और 4 करोड़ 31 लाख रुपये का सोना मिला था। पहले छापे के बाद ही ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया था।
उधर पश्चिम बंगाल में शिक्षा घोटाले के मुख्य आरोपी पार्थ चटर्जी के 17 ठिकानों पर ईडी छापा मार चुकी है। वहीं अभी एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर और छापे मारे जाएंगी। बता दें कि पार्थ के डायमंड सिटी स्थित फ्लैट पर 22 जुलाई को, बेलघोरिया के दो फ्लैट पर 27 जुलाई को और चिनार पार्क के फ्लैट पर 28 जुलाई को छापा पड़ा था।