बहनों ने मृत भाई को बांधी राखी, अंतिम संस्कार से पहले आख़िरी बार मनाया रक्षा बंधन, देखे तस्वीरें
भाई की हो रही थी अंतिम विदाई और बहनें मना रही थी रक्षाबंधन, भावुक कर देगी वजह
होशंगाबाद (मध्यप्रदेश) : कुछ दिनों के बाद भाई-बहनों का सबसे बड़ा त्यौहार यानी कि रक्षा बंधन आने वाला है. यह त्यौहार भाई-बहन के अटूट प्यार का प्रतीक होता है. दुनियाभर में इस साल 11 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा. लेकिन होशंगाबाद जिले के सिवनी मालवा में दो बहनों ने अपने भाई के साथ कुछ दिनों पहले ही राखी का त्यौहार मना लिया. वजह बेहद भावुक कर देने वाली है.
दो बहनों ने अपने भाई की कलाई पर आख़िरी बार राखी बांधी. उनका भाई अब इस दुनिया में नहीं है. भाई निशांक राठौर को आख़िरी विदाई देते हुए दो बहनों ने आख़िरी बार रक्षा बंधन मनाया. यह दृश्य देखकर हर कोई भावुक हो गया. जो भी इस भावुक पलों की तस्वीरें देख रहा है वो खुद भी भावुक हो रहा है.
निशांक राठौर हाल ही में बरखेड़ा रेलवे ट्रैक के पास मृत पाया गया था. देशभर में यह मामला चर्चा में बना हुआ है. निशांक राठौर को लेकर कहा जा रहा है कि उसने आत्महत्या की है जबकि कोई इसे हत्या बताया जा रहा है. फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. लेकिन यह मामला विवादित है. मंगलवार को निशांक का सिवनी मालवा में अंतिम संस्कार कर दिया गया.
हाल ही में बरखेड़ा रेलवे ट्रेक पर निशांक का शव मिला था. यह खबर आग की तरफ फ़ैल गई थी. वहीं अब दो दिन बाद जब निशांक का शव उसके घर पहुंचा तो पूरे मोहल्ले में मातम पसर गया था. निशांक अपनी दो बहनों का इकलौता भाई था. उसकी मां का पहले ही निधन हो गया था. वहीं उसके पिता भी सदमे में है.
भोपाल में रहती है निशांक की बहनें, कर रही है पढ़ाई…
मृतक निशांक की बहनों का नाम दीक्षा राठौर और अंजली राठौर है. निशांक की दोनों बहनें भोपाल में रहकर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रही है. इकलौते भाई को असमय खोने के चलते दोनों बहनों का हाल बहुत बुरा है. भाई की अंतिम विदाई के दौरान दोनों ने भाई की कलाई पर राखी बांधी और अंतिम बार रक्षा बंधन मनाया.
बता दें कि भोपाल में रहने वाले सिवनी मालवा निवासी निशांक राठौर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की थी. इसके बाद 20 वर्षीय निशांक रेलवे ट्रैक पर मृत पाया गया था. वहीं निशांक के पिता के फोन पर एक मैसेज भी आया था जिस पर ‘सर तन से जुदा’ जैसी बात भी लिखी थी. पीड़ित परिवार ने इस मामले में कानून और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है और कहा है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है. निशांक के परिजनों ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है.