कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर शरीर देता है ये संकेत, समय पर पहचान लें वरना जान से हाथ धोना पड़ सकता है
आज की आलसभरी लाइफस्टाइल, अनहेल्थी फूड और स्मोकिंग-ड्रिंक जैसी आदतों के चलते युवाओं में भी कोलेस्ट्रॉल की समस्या देखी जा रही है। बॉडी में यदि कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाए तो हार्ट से जुड़ी दिक्कतें हो सकती है। शरीर में पाया जाने वाला कोलेस्ट्रॉल एक मोम जैसा पदार्थ होता है। ये लीवर से बनता है। कोलेस्ट्रॉल भी दो प्रकार के होते हैं। गुड कोलेस्ट्रॉल और बैड कोलेस्ट्रॉल। इसमें बैड कोलेस्ट्रॉल हमारी आर्टरीज में जमकर बीमारियां पैदा करता है।
यदि कोलेस्ट्रॉल के लेवल को अधिक बढ़ने से पहले सही इलाज लिया जाए तो इसके नुकसान को टाला जा सकता है। जब शरीर का कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है तो हमारी बॉडी कई संकेत देती है। आप इन संकेतों को पहचान कर अपना कोलेस्ट्रॉल टेस्ट करवा सकते हैं। फिर डॉक्टर से इलाज लेकर इसे कंट्रोल में रख सकते हैं।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत
1. पैरों का सुन्न पड़ना: कभी-कभी आप ने देखा होगा कि हमारे पैर अचानक सुन्न पड़ जाते हैं। ऐसा हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol) के चलते होता है। दरअसल कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से नसों में ब्लॉकेज हो जाता है। इससे खून की सप्लाई कम हो जाती है या पूरी तरह रुक जाती है।
2. दिल का दौरा पड़ना: कोलेस्ट्रॉल का लेवल हाई होने से आर्टरीज में ब्लॉकेज उत्पन्न हो जाता है। यह स्थिति हार्ट अटैक (Heart Attack) लाती है। इसलिए अपने कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखना दिल की सेहत के लिए अच्छा होता है।
3. हाई ब्लड प्रेशर: कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ने से शरीर का उच्च रक्त चाप यानि High Blood Pressure भी बढ़ता है। इसलिए आप बीपी मशीन से हर महीने या 15 दिन में ब्लड प्रेशर मापते रहे। इससे आपको कोलेस्ट्रॉल के खतरे का संकेत मिल जाएगा।
4. नाखून का रंग बदलना: आपके नाखूनों का कलर चेंज होना भी हाई कोलेस्ट्रॉल का एक संकेत होता है। दरअसल ब्लड में बैड कॉलेस्ट्रॉल के अधिक बढ़ने से धमनियां ब्लॉक होने लगती है। इसमें खून की सप्लाई कम हो तो आपके गुलाबी नाखून पीले दिखने लगते हैं।
5. बेचैनी: सांस लेने में तकलीफ होना, जी मिचलाना, थकावट, सीने में दर्द बढ़ना, बेचैनी होना भी बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल की निशानी है। ये लक्षण दिखने पर तुरंत आपको कोलेस्ट्रॉल की जांच कराना चाहिए।
ऐसे रोके कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से
कोलेस्ट्रॉल का लेवल कम करने के लिए आप कई तरीके अपना सकते हैं। सबसे पहले तो आप अपनी डाइट में सैचुरेटेड फैट की जगह अनसैचुरेटेड फैट्स लें। जैसे ऑलिव ऑयल, सूरजमुखी के तेल, नट्स और सीड्स ऑयल जैसी चीजों में हेल्दी फैट पाया जाता है। वहीं फिश ऑयल भी हेल्दी अनसैचुरेटेड फैट की कैटेगरी में आता है। इसके अतिरिक्त आप रोज व्यायाम कर भी अपने कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम कर सकते हैं।