कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने हिंदी को लेकर दिया बड़ा बयान, सुनकर हो जायेंगे हैरान
बेंगुलुरु: भारत के विविधता भरा देश है। इस देश में कई प्रदेश हैं और सभी प्रदेशों की अपनी एक अलग संस्कृति, भाषा एवं बोली है। यहाँ कई धर्मों के लोग साथ मिलकर रहते हैं। भारत या हिंदुस्तान की पहचान हमेशा से ही हिंदी से रही है। अगर किसी विदेशी से कहा जाए कि हम भारतीय हैं तो वह समझ जाता है कि यह हिंदी बोलता होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। भारत में और भी कई राज्य हैं, जहाँ हिंदी नहीं बोली जाती है।
भारत में हिंदी को राजभाषा का दर्जा प्राप्त है। लेकिन भारत की कोई राष्ट्रीय भाषा नहीं है। हमेशा से ही हरत में भाषा को लेकर विवाद होता रहा है। कई बार केंद्र सरकार यह दबाव बनाती रही है कि हिंदी को राष्ट्रीय भाषा घोषित कर दिया जाये, जिसका राज्यों ने जमकर विरोध किया। भारत के 71वें स्वतंत्रता दिवस पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हिंदी को लेकर एक बड़ा बयान दिया है।
राज्यों के ऊपर जबरदस्ती भाषा थोपना है गलत:
उन्होंने कहा कि राज्यों पर जबरन हिंदी भाषा को थोपना गलत है। हर राज्य की अपनी भाषा होती है जो उस राज्य के विकास का माध्यम बनती है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में लगातार जातिवाद, साम्प्रदायिकता और फांसीवाद बढ़ता जा रहा है। लोगों को ऐसी ताकतों पर अंकुश लगाने के लिए तैयार रहना चाहिए। इन चीजों का देश ए विकास पर प्रतिकूल असर पड़ता है। उन्होंने यह बयान उस समय दिया जब वहाँ के लोग नम्मा मेट्रो श्राइनबोर्ड पर हिंदी में लिखे सन्देश का विरोध जाता रहे थे।
दी गई हिदायत 6 महीने के अन्दर सीख लें कन्नड़:
सिद्धारमैया ने केंद्र सरकार को यह पत्र लिखकर कहा कि कर्नाटक सरकार मजबूर है और वह बेंगुलुरु मेट्रो रेल कारपोरेशन को यह सख्त हिदायत दे रही है कि वह जल्दी से जल्दी श्राइनबोर्ड से हिंदी को हटा दे। केवल यही नहीं कन्नड़ विकास निगम को यह भी कहा गया है कि ग्रामीण बैंक में काम करने वाला स्टाफ अगले 6 महीने में कन्नड़ भी सीख ले। उन्होंने बताया कि सरकार मेट्रो के तीसरे चरण की तैयारी में लगी हुई है।
विकास को मिलेगा काफी बढ़ावा:
इसके तहत 92 किमी मेट्रो का निर्माण किया जायेगा। उनका कहना था कि 2022 तक बेंगुलुरु मेट्रो लाइन 250 किमी तक हो जाएगी। इससे यहाँ के विकास को काफी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया कि गरीबों के लिए 101 कैंटीन की शुरुआत बुधवार से शुरू हो जाएगी। इसमें शाकाहारी नाश्ते का पैकेट 5 रूपये में और खाना 10 रूपये में मिलेगा। अभी ये सुविधा 101 वार्डों में शुरू की जाएगी बाकी में अक्टूबर महीने में शुरू होगी।