‘मेरा मंगल मेरी जान ले गया’, हथेली पर यह सुसाइड नोट लिख कर फंदे पर झूल गयी युवती
शक एक ऐसी चीज है जो कई लोगों का घर बर्बाद करके रख देती है। इस शक के चलते ना जाने कितने तलाक हुए, ना जाने कितनी जिंदगियां तबाह हुई। खासकर एक पति का अपनी पत्नी पर शक करना उसकी जिंदगी में भूचाल ला देता है। यदि वह वफादार है लेकिन फिर भी पति उसको शक करता है तो उसकी जिंदगी नर्क से भी बदतर हो जाती है। वह खुद की नजरों में और समाज की नजरों में गिर जाती है। ऐसे में उसे खुदकुशी के सिवा और कोई दूसरा रास्ता नहीं दिखता है। अब मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का यह मामला ही ले लीजिए।
हाथ में सुसाइड नोट लिख दुनिया छोड़ गई
इंदु साहू सरकारी स्कूल में एक गेस्ट टीचर थी। वह मूल रुप से गैरतगंज, रायसेन की रहने वाली थी। उसकी शादी लगभग 3 साल पहले भोपाल के छोला इलाके में रहने वाले सुभाष नाम के शख्स के साथ हुई थी। सुभाष एक संगीत टीचर है। वह अपनी बीवी पर बहुत शक करता था। पत्नी अपने पति के शक से इतनी तंग आ गई कि उसने कथित रूप से खुदकुशी कर ली। हालांकि मृतिका के परिजनों का कहना है कि ये सुसाइड नहीं मर्डर है।
इंदु के मरने की सूचना गुरुवार को उसके पति सुभाष ने ही पुलिस को दी थी। जब पुलिस मौके पर आई तो उन्होंने देखा कि इंदु ने अपने हाथ पर ही सुसाइड नोट लिख रखा है। उसने अपनी हथेली पर लिखा “मैं अपनी मर्जी से जान दे रही हूं। मम्मी-पापा, भैया सॉरी.. मेरा मंगल मेरी जान ले गया।”
इसके अलावा उसने अपने पति की फ़ोटो पर लिखा “मैं बेवफा नहीं हूं।” बता दें कि इंदु पुलिस को फंदे पर लटकी मिली है। पुलिस ने इंदु के शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल वह पोस्टमार्टाम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मौत के कारणों का पता लगाया जा सके।
परिजन बोले खुदकुशी नहीं हत्या है
इंदु के भाई प्रदीप ने अपनी बहन के सुसाइड को हत्या बताया है। उसका कहना है कि ससुरल वाले जिस कमरे में मेरी बहन की आत्महत्या की बात कर रहे हैं, उसका ससुर इमरत लाल उसी कमरे के पास बैठा था। अब ऐसा कैसे हो सकता है कि बहू ने सुसाइड किया और ससुर को पता ही नहीं चला।
इंदु के पिता ने भी दामाद पर बेटी की हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सुभाष इंदु के चरित्र पर शक करता था। उसे ब्लैकमेल भी करता था। हमने शादी में 6 तोला सोना दिया था। कोई कमी नहीं रखी थी। सोचा था बेटी को ससुराल वाले खुश रखेंगे। लेकिन उन्होंने तो उसे मार ही डाला।