कट्टरपंथियों के निशाने पर कांवड़ यात्री, गृह मंत्रालय ने उठाया सख्त कदम, राज्यों को दिया निर्देश
पवित्र सावन माह की शुरुआत 14 जुलाई से हो गई है. सावन का पवित्र माह भगवान शिव का अति प्रिय माह माना जाता है. देश दुनिया में फैले हिंदूओं के लिए सावन का महीना किसी त्यौहार से कम नहीं होता है. सावन के महीने में सोमवार का काफी महत्व होता है. इस दौरान भगवान शिव की विशेष पूजा अर्चना होती है.
सावन के माह में भक्त भगवान शिव को अलग-अलग तरीके से प्रसन्न करते हैं. कोई भगवान के लिए व्रत रखता है. कोई शिव जी का जलाभिषेक करता है तो कई भक्त भगवान शिव को कांवड़ में जल ले जाकर उनका अभिषेक करते हैं. देशभर में बड़ी मात्रा में कांवड़ यात्रा निकलती है.
हर राज्य में हिंदू शिव जी को प्रसन्न करने के लिए कांवड़ यात्रा निकलते हैं और शिवालय जाकर शिव जी को जल अर्पित करते हैं. कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय (एमएचए) की और से बड़ा फैसला लिया गया है. गृह मंत्रालय (एमएचए) ने सभी राज्यों से कहा है कि कांवड़ यात्रा को कट्टरपंथी तत्वों से ख़तरा हो सकता है. इसे ध्यान में रखते हुए गृह मंत्रालय ने कांवड़ियों की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश दिया है.
देशभर में कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. भक्त झूमते गाते हुए भगवनान शिव के दरमार में पहुंचेंगे और बाबा का पवित्र नदियों के जल से जलाभिषेक करेंगे. इसी बीच गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को कट्टरपंथी तत्वों से खतरे का हवाला दिया है और राज्य सरकारों को सतर्क रहने के लिए कहा है.
इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर गृह मंत्रालय ने लिया फैसला…
गृह मंत्रालय ने यह कदम इंटेलिजेंस ब्यूरो की रिपोर्ट के आधार पर लिया है. इंटेलिजेंस ब्यूरो ने अपनी रिपोर्ट में आशंका जताई थी कि कांवड़ यात्रियों को कट्टरपंथी तत्वों से खतरा है. इस मामले पर तुरंत गृह मंत्रालय ने फैसला लिया और राज्यों को कांवड़ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने की बात कही.
हरिद्वार और ऋषिकेश में पहुंचेंगे 4 करोड़ हिंदू…
अनुमान लगाया गया है कि उत्तराखडं के हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे दो पवित्र शहरों में ही देशभर से करीब 4 करोड़ हिंदू मां गंगा का पवित्र जल लेने पहुंचेंगे. इसके लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. जगह-जगह पर पुलिस की तैनाती की गयी है. इसके अलावा बम निरोधक दस्ते और आतंकवाद निरोधी दस्ते भी तैनात शासन-प्रशासन ने तैनात किए है. सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन और सोशल मीडिया की निगरानी भी की जा रही है.
भाले और अन्य हथियारों के साथ नहीं मिलेगा प्रवेश…
आम तौर पर कांवड़ यात्रा के दौरान भक्तजन अपने साथ भाले आदि अन्य हथियार भी रखते हैं हालांकि आपको बता दें कि ऋषिकेश और हरिद्वार में हिंदूओं को भाले और अन्य किसी हथियार के साथ प्रवेश नहीं दिया जाएगा. साथ ही बता दें कि कांवड़ यात्रा मार्गों की चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी.
रेलवे बोर्ड को भी दिए सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश…
केंद्र ने न केवल राज्य सरकारों को बल्कि रेलवे बोर्ड को भी सुरक्षा सख्त करने के निर्देश दिए है. केंद्र की मोदी सरकार कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की अनहोनी नहीं चाहती है.