सुशांत सिंह राजपूत डेथ केस: 10 साल के लिए जेल जा सकती है रिया चक्रवती, NCB कर रही पूरी तैयारी
14 जून 2020 वह दिन था जब बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत अपने मुंबई स्थित फ्लैट में पंखे से लटके मृत मिले थे। इसके बाद उनके सुसाइड या मर्डर पर बहस शुरू हुई। कई महीनों हाई वोल्टेज ड्रामा चला। कई गिरफ्तारियां हुई। सैकड़ों पूछताछ हुई। लेकिन फिर मामला ठंडे बस्ते में जा गिरा।
रिया को हो सकती है 10 साल की जेल
लेकिन अब एनसीबी (नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो) ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े ड्रग्स केस में एक चार्जशीट तैयार कर ली है। इसमें उन्होंने सुशांत की प्रेमिका रिया चक्रवर्ती और उनके भाई शोविक समेत कुल 33 लोगों को आरोपी की लिस्ट में रखा है।
रिया पर आरोप है कि उन्होंने सुशांत के लिए ड्रग्स खरीदा और उन्हें नशे की लत भी लगवाई। यदि ये आरोप कोर्ट में सच साबित हुए तो रिया पूरे 10 साल के लिए जेल में जाएगी।
सुशांत के वकील ने डॉक्टर पर लगाया बयान बदलने का आरोप
अब एनसीबी की इस चार्जशीट के तैयार होने के बाद एक बार फिर सुशांत की मौत का सवाल सबके दिमाग में मंडराने लगा है। उधर सुशांत सिंह के परिवार की तरफ से केस लड़ रहे वकील विकास सिंह ने एक्टर का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर पर बयान बदलने का आरोप लगाया है।
एम्स के सुधीर गुप्ता ने सुशांत की मौत को सुसाइड बताया था। लेकिन वकील विकास का कहना है कि उन्होंने खुद ओरली मुझ से बोला था कि सुशांत के गले पर स्ट्रैंग्युलेशन (गला घोंटना) का निशान है। लेकिन फिर उन्होंने पता नहीं क्यों इसे सुसाइड बता दिया।
वकील विकास सिंह का कहना है कि सुशांत का शव जहां लटका मिल वहीं बगल में बिस्तर था। यदि वह स्ट्रगल करता तो बिस्तर पर ही चला जाता। वह जब लटका हुआ था तो बिस्तर उसके शव से टच हो रहा था। वह इस स्थिति में कैसे मर सकता है?’
जब एम्स के डॉ. सुधीर गुप्ता से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने CBI जांच चलने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया। जबकि पहले वह खुद आधिकारिक बयान दे चुके हैं कि ये सुसाइड था।
जांच एजेंसिया अब तक क्या कर रही?
सुशांत के केस को सुलझाने में भारत की 3 बड़ी एजेंसी CBI, NCB और ED लगी हुई है। लेकिन एक्टर की मौत के 2 साल बाद भी स्थिति कुछ साफ नहीं है। CBI की बात करें तो उन्होंने 6 अगस्त 2020 को केस रजिस्टर किया था। इस केस में उन्होंने आज तक कोई भी गिरफ्तारी नहीं की है। न ही कोई चार्जशीट फाइल की है। वैसे उन्होंने रिया और अन्य 5 लोगों पर केस दर्ज किया था, लेकिन बीते डेढ़ साल में उन्हें कोई भी सबूत नहीं मिला।
CBI ने इस केस में रिया, उनके परिवार, सुशांत के स्टाफ और परिवार, कूपर हॉस्पिटल के डॉक्टर्स और मुंबई पुलिस सहित कई लोगों से पूछताछ की थी। यहां तक कि सुशांत के घर पर पूरा क्राइम सीन भी रीक्रिएट किया था। उन्होंने नवंबर 2021 में US से भी मदद मांग सुशांत के ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट्स से डिलीट किए गए डाटा को रिस्टोर करने की विनती भी की थी।
लेकिन फिर वह डाटा मिला या नहीं इसे लेकर कोई जानकारी नहीं दी। वैसे CBI के सीनियर ऑफिसर का कहना है कि ये सुसाइड ही है। अब बस ये पता लगाया जा रहा है कि सुशांत ने किन हालातों में ये कदम उठाया।
NCB की बात करें तो उन्होंने ही सुशांत केस में सारी गिरफ्तारियां की है। NCB के मुंबई जोन के हेड रहे समीर वानखेड़े के अनुसार इस केस में कुल 30-31 लोगों को आरोपी बनाया गया है। केस की छानबीन के दौरान कुल कुल साढ़े आठ किलो ड्रग्स बरामद हुआ। इसमें जो भी गैंग शामिल थी उनका कहीं न कहीं सुशांत डेथ केस से कोई कनेक्शन निकल रहा था। इसमें पैडलर से लेकर सप्लायर तक की गिरफ़्तारी हुई। अब ज्यूडिशियरी आगे तय करेगी कि इनका क्या करना है।
उधर ज्यूडिशियल कस्टडी में मौजूद सिद्धार्थ पिठानी के सीनियर लॉयर तारक सैयद का कहना है कि NCB बिना मतलब हर केस को सुशांत की मौत से जोड़ रही है। इसकी ग्राउंड रिएलिटी कुछ और है। उन्होंने बस सुशांत के केस का नेचर बदलने के लिए पूरा ड्रामा किया है।
ED की बात करें तो उन्होंने सुशांत के पिता केके सिंह के पटना में FIR दर्ज करवाने के बाद रिया चक्रवर्ती और उसके परिवार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था। इसमें ED ने रिया और उनकी फैमिली से पूछताछ तो की लेकिन उनके हाथ कुछ लगा नहीं। ED को ही अपनी जांच में ड्रग्स एंगल दिखा था जिसके चलते उन्होंने NCB को इस केस में हाथ डालने को कहा था। उधर सुशांत के पिता ने रिया पर सुशांत के अकाउंट से 15 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप जड़ा था जिसमें ED कोई सबूत नहीं मिल।
14 जून को सुशांत के घर सबसे पहले पहुँचने वाले मुंबई पुलिस के सीनियर इंस्पेक्टर भूषण बेलनेकर से भी CBI ने फोन पर पूछताछ की थी। लेकिन उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस ने प्रोफेशनल जांच नहीं की, इसलिए हमें शक है। वहीं बिहार के DGP रहे गुप्तेश्वर पांडे का आरोप है कि मुंबई पुलिस ने हमारी जांच में टांग अड़ाई थी इसलिए हमने मामला CBI को दिया।
उधर सुशांत के पिता केके सिंह ने बताया कि हमारी 2020 में आखिरी बार दिल्ली में सीबीआई से बात हुई थी। अभी केस उन्हीं के पास है। उसके बाद से हमारी कोई बात नहीं हुई। न ही उन्होंने हमसे तब से अभी तक कोई संपर्क किया है। अब जब चार्जशीट फाइल होगी तब पता चलेगा क्या होता है। सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह के अनुसार परिवार आज भी इसे सुशांत का मर्डर मानता है। वह किसी सुराग के मिलने की उम्मीद लगाए बैठा है।