बिहार के रहने वाले आईएएस ऑफिसर अविनाश शरण की दसवीं की मार्कशीट सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से चर्चा में है। इतना ही नहीं बल्कि इस मार्कशीट के अंक देखकर हर कोई हैरान है और अपनी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर रहे हैं। दरअसल जिस तरह से इस मार्कशीट में अंक दिखाई दे रहे हैं उसे देखकर लोग यह समझ बैठते हैं कि इतने से अंक लाने वाला बच्चा आगे चलकर आईएएस और आईपीएस ऑफिसर नहीं बन सकता लेकिन आईएस अविनाश ने यह कर दिखाया है। वहीं कई लोग उनकी इस मार्कशीट को देखकर इंस्पायरर हुए हैं।
सोशल मीडिया पर चर्चा में IAS अविनाश शरण की मार्कशीट
गौरतलब है कि बिहार के रहने वाले छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी अविनाश शरण ट्विटर पर काफी मशहूर है और हमेशा वह बेहद दिलचस्प पोस्ट साझा करते रहते हैं। इतना ही नहीं बल्कि वह आए दिन लोगों को मोटिवेट भी करते रहते हैं। इसी बीच उन्होंने अपनी मार्कशीट ट्विटर पर शेयर कर दी जो देखते ही देखते वायरल हो गई।
वायरल हुई मार्कशीट में देखा जा सकता है कि अविनाश शरण दसवीं में थर्ड डिवीजन से पास हुए थे। उन्हें कई विषयों में बहुत ही कम नंबर आए जहां मैच में उन्हें 100 में से मात्र 31 नंबर मिले तो वही सोशल साइंस में भी उन्हें सिर्फ पासिंग मार्क्स ही मिल पाए। ऐसे में आगे चलकर बड़े ऑफिसर बनने की बात करने पर लोग कम ही विश्वास करते हैं लेकिन आईएएस ऑफिसर अविनाश शरण ने यह कर दिखाया है।
बता दे उनकी यह मार्कशीट साल 1996 की है जो वर्तमान में सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है और इसे 22 हजार से भी ज्यादा लोगों ने लाइक किया है और कई लोगों ने इसे रीट्वीट भी किया है। वहीं एक यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा कि, “वो अवनीश के इस पोस्ट से काफी इंसपायर हुआ है। उसके भी बोर्ड परीक्षा में तृतीय श्रेणी के अंक थे और कम नंबर के चलते उसने यूपीएससी की तैयारी छोड़ दी थी। मगर अब उसने फिर से तैयारी करने का इरादा किया है।”
बता दे शख्स के इस कमेंट पर अविनाश शरण ने भी उसे ‘बेस्ट ऑफ लक’ कहा। इसके अलावा एक यूजर ने लिखा कि, “इससे साबित होता है कि डिग्री महज एक कागज का टुकड़ा है।” एक ने लिखा कि, “आपकी मार्कशीट से मुझे काफी प्रेरणा मिली है।” एक अन्य यूजर ने लिखा कि, “मार्कशीट बताती है कि स्टूडेंट्स को 90 प्रतिशत मार्क्स की तरफ नहीं बल्कि उन्हें जीवन में अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए।”
अविनाश ने कम अंक लाने वाले बच्चों के पेरेंट्स से कही ये बात
गौरतलब है कि सिविल सेवा पास करना आसान नहीं है, इसके लिए काफी पढ़ाई करनी पड़ती है तब कहीं जाकर आईएएस और आईपीएस ऑफिसर का पद हासिल होता हैं। पिछले दिनों भी अविनाश से जुड़ा एक पोस्ट वायरल हुआ था जिसमें लिखा था कि,”‘एक लड़के के 10वीं में 44.5 फीसदी, 12वीं में 65 फीसदी और ग्रेजुएशन में 60.7 फीसदी मार्क्स आए। लेकिन उसने अपनी सकारात्मकता, मेहनत और लगन से प्रतिष्ठित व चुनौतिपूर्ण यूपीएससी परीक्षा पास की और 77वीं रैंक हासिल की।”
इस पोस्ट के जवाब में अविनाश शरण ने कहा था कि, “मेरे एकेडमिक प्रदर्शन से संबंधित यह पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जा रहा है। मुझे इसकी पुष्टि करने के लिए सैकड़ों मैसेज मिल रहे हैं। हां, मुझे अपने स्कूल/कॉलेज में ऐसे अंक मिले हैं लेकिन इसे पढ़ाई न करने और खराब ग्रेड के बहाने के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।”