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महिला कार्यकर्ता से कहा गया की पार्टी में आगे बढ़ना चाहती है तो उसे अपने शरीर के साथ समझौता कर लेना चाहिए।
परिवारजनों ने आयोग के सामने अपनी समस्या रखते हुए बताया कि उनका काफी उत्पीड़न किया जा रहा है और भयवश उक्त महिला की दोनों बेटियों को अब स्कूल भी नहीं भेजा जा रहा है।
आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता सोनी मिश्रा अपने साथ चल रही छेड़खानी की इन वारदातों से काफी परेशान चल रही थीं। जब उनके साथ बदतमीज़ी करने वाले पार्टी सहयोगी को जमानत पर रिहा कर दिया गया तो उन्होंने आत्महत्या कर ली।
आरोपों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दीपक वायपेयी ने कहा कि, आरोपी कभी भी हमारी पार्टी का प्राथमिक सदस्य नहीं रहा और आयोग की शिकायत के बाद पार्टी और दिल्ली सरकार ने उसके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इस पर आयोग ने कहा, हमें यह भी खबर मिली की उनकी बेटियों के स्कूल में प्रवेश को रोक दिया गया, जिसके पीछे किसी आम आदमी पार्टी के विधायक का हाथ बताया जा रहा है।