पायलट मोनिका ने गजब का साहस दिखा बचा ली 191 प्लेन यात्रियों की जान, जलते विमान को ऐसे बचा लिया
महिलाओं को जब पहली बार पायलट की ट्रेनिंग देने की बात हुई थी तो कई लोगों ने सवाल उठाए थे कि क्या एक महिला में वो साहस, हिम्मत, धैर्य और जज्बा है जो बेहद कठिन हालत में भी ना डिगे, जैसा पुरुषों में होता है। लेकिन महिलाओं पर पूरा भरोसा करते हुए उन्हें पायलट बनने की अनुमति दी गई। आज एक महिला पायलट ने साबित कर दिया ये फैसला कितना सही था। भारत की एक बेटी और महिला पायलट ने भयानक विमान हादसे को सिर्फ अपनी सूझबूझ से पूरी तरह टाल दिया।
जब पटना एयरपोर्ट पर अटक गई सबकी जान
रविवार को स्पाइसजेट की फ्लाइट SG-723 में एक तरफ से लोगों ने जब धुएं में घिरा देखा तो उनकी सांस अटक गई। इसी बीच पटना जिला प्रशासन और एयरपोर्ट पर लगे फोन घनघनाने लगे। कुछ अफसरों और पत्रकारों के मोबाइल फोन पर भी लोगों ने कॉल करना शुरू कर दिया। इसी बीच पायलट को भी पता चल गया कि प्लेन खतरे में है।
ऐसे में पायलट ने बड़ी सूझबूझ से जहाज को गंगा नदी के रास्ते में मोड़ा। लेकिन क्रैश लैंडिंग की नौबत नहीं आई और 191 लोगों की जान को पायलट ने बेहद ही चतुराई से बचा लिया। ऐसे वक्त में जब लोगों का दिमाग काम करना बंद कर देता तब पायलट का दिमाग इतनी तेजी से काम कर रहा था, जिसका अंदाजा सेफ लैंडिंग को देख कर लगाया जा सकता है। वो पायलट हैं मोनिका खन्ना…
पायलट मोनिका ने ऐसे टाल दिया बड़ा हादसा
पटना-दिल्ली फ्लाइट की पायलट इन कमांड कैप्टन मोनिका खन्ना को जैसे ही केबिन क्रू उन्हें आग के बारे में बताया, वो हड़बड़ाई नहीं और न ही डरीं। उन्होंने सीधे आग लगे इंजन को बंद कर दिया। उस वक्त स्पाइसजेट की इस फ्लाइट में 2 बच्चों समेत 185 यात्री और 6 केबिन क्रू मेंबर भी थे। जहाज ने जब पटना से टेक ऑफ किया था, तो एक यात्री नीचे के नजारे का वीडियो बना रहा था, उसने आग की लपटें देख फौरन केबिन क्रू मेंबर को बताया। फौरन पता चल गया कि इंजन नंबर एक से आग और धुआं निकल रहा है। पायलट मोनिका खन्ना तक जैसे ही खबर पहुंची तो उन्हें शक हो गया कि जहाज बर्ड हिट का शिकार हुआ है।
मोनिका ने गजब का धैर्य दिखाया
इसके बाद पायलट मोनिका खन्ना ने वो किया जो देश में एक मिसाल बन गया। चुंकि पटना हवाई अड्डे के दो छोरों में से एक पर ऊंचे पेड़ हैं और दूसरी तरफ रेलवे लाइन। ऐसे में आग से खराब हो चुके एक इंजन वाले प्लेन को लैंड कराना खुद में एक बड़ा जोखिम था। लेकिन मोनिका खन्ना ने अपना धैर्य नहीं खोया और उन्होंने प्लेन को पटना में रनवे पर उतारने का फैसला किया।
पायलट मोनिका ने बना दिया इतिहास
इस ओवरवेट लैंडिंग से पहले पटना एयरपोर्ट पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड और क्विक रिस्पॉन्स टीम को तैनात कर दिया गया था। लेकिन देश की बेटी पायलट मोनिका खन्ना की सूझबूझ ने इसमें से किसी की नौबत नही आने दी। इसके बाद के 10 सेकेंड में जो हुआ वो इतिहास में दर्ज हो गया। आग के धुएं में घिरा प्लेन यात्रियों के साथ सुरक्षित लैंड कर चुका था।