कौन हैं दिया कुमारी जिन्होंने ताजमहल की जमीन पर दावा ठोका है, बंद 22 कमरे खोलने की भी मांग की
ताजमहल या तेजोमहल विवाद के बीच जयपुर राजघराने की दिया कुमारी ने ताजमहल की जमीन पर दावा पेश कर दिया है। उनका कहना है कि ये जमीन उनके परिवार से संबंधित है जिसपर शाहजहां ने दबाव डालकर कब्जा कर लिया था। जयपुर राजघराना मुगल सम्राट अकबर के नवरत्नों में शामिल मान सिंह का राजघराना था। इसे पहले आमेर और बाद में जयपुर के नाम से जाना जाता था।
इसी परिवार में जन्म हुआ पूर्व महाराज सवाई भवानी सिंह का, जिनकी पत्नी का नाम पद्मिनी देवी है। जयपुर राजघराना खुद को भगवान राम का वंशज बताता है।
कहा जाता है कि जयपुर के पूर्व महाराजा भवानी सिंह भगवान राम के बेटे कुश के 309वें वंशज थे। यह बात राजघराने के कई लोगों ने स्वीकार भी की थी। महाराजा सवाई भवानी सिंह 24 जून 1970 से 28 दिसंबर 1971 तक जयपुर के महाराजा रहे। दीया कुमारी भवानी सिंह व पद्मिनी देवी की ही इकलौती संतान हैं। भवानी सिंह के कोई बेटा नहीं था, इसलिए दीया कुमारी के बेटे को ही 2011 में अपना वारिस घोषित कर दिया था।
दीया कुमारी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई दिल्ली और जयपुर से की। उसके बाद आगे की पढ़ाई के लिए लंदन चली गईं। बाद में उन्होंने 1997 में नरेंद्र सिंह से छुपकर कोर्ट में शादी कर ली थी। नरेंद्र सिंह का राजपरिवार से कोई संबंध नहीं था, यही वजह थी कि राजकुमारी का किसी आम आदमी के साथ शादी के बंधन में बंधन चर्चित हो गया था।
#Breaking जयपुर राजघराने की ज़मीन पर कब्जा कर शाहजहां ने बनवाया था #ताजमहल#BJP सांसद दीया कुमारी ने कहा कि ताजमहल जयपुर राजपरिवार की जमीन पर बना है, उन्होंने आरोप लगाया है कि शाहजहां ने जयपुर राजघराने की जमीन पर कब्जा किया था, कोर्ट आदेश दे तो वह दस्तावेज भी मुहैया करा देंगी। pic.twitter.com/NrpmYLtY3b
— Kreately.in (@KreatelyMedia) May 11, 2022
वह अपनी दादी राजमाता गायत्री देवी के नक्शेकदम पर चलते हुए राजनीति में कदम रखा। भारतीय जनता पार्टी की नेता दीया कुमारी पहले सवाई माधोपुर से विधायक बनीं फिर अब मौजूदा वक्त में वह राजसमंद से लोकसभा सांसद हैं।
निश्चित तौर पर वो ज़मीन जयपुर पूर्व राजपरिवार की थी। अच्छा है कि किसी ने आवाज़ उठाई और याचिका दायर की है। अगर आवश्यकता पड़ेगी तो हम दस्तावेज़ उपलब्ध कराएंगे। वो ज़मीन हमारे राज परिवार की थी: भाजपा सांसद दीया कुमारी, जयपुर
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 11, 2022
राजकुमारी दीया का नाम चर्चा में उस वक्त छा गया जब ताजमहल के 22 कमरे खोल कर पुरातत्व सर्वेक्षण कराने को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में मामला चला। इस बीच उन्होंने दावा किया कि यह संपत्ति जयपुर राजघराने की थी। दीया ने कहा- कोर्ट से जुड़े मामले में जयपुर राजपरिवार का जिक्र है। यह संपत्ति तत्कालीन राजा जयसिंह के जमाने तक जयपुर का हिस्सा रही।
उस दौर में मुगलों ने यह संपत्ति दबाव बनाकर हासिल की थी। तब शाहजहां का विरोध नहीं किया गया था। प्रॉपर्टी संबंधी रिकॉ्ड के कुछ अंश जयपुर के पोथीखाने में मिल सकते हैं। इसके अलावा भी सबूत हैं। ये इतिहासकारों के पास मिल सकते हैं।