कभी पिता के साथ जूस बेचते थे गुलशन कुमार, इस एक ख्याल ने बदल दी जिदंगी, बन गए भजन सम्राट
लोकप्रिय भजन गायक रहे गुलशन कुमार अगर आज जीवित होते तो वे अपना 66वां जन्मदिन मना रहे होते. हालांकि अंडरवर्ल्ड को उनकी लोकप्रियता और सफलता चुभने लगी थी. अंडरवर्ल्ड ने गुलशन कुमार से करोड़ों रूपये की फिरौती मांगी थी लेकिन जब गुलशन कुमार ने एक फूटी कौड़ी देने से भी मना कर दिया तो गुलशन कुमार की अंडरवर्ल्ड ने हत्या कर दी थी.
गुलशन कुमार का जन्म 5 मई 1956 को नई दिल्ली में हुआ था. गुलशन कुमार भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे. उन्हें आज भी उनके भजनों के लिए याद किया जाता है. हिंदी सिनेमा में और संगीत जगत में उनका नाम बड़े सम्मान के साथ लिया जाता है. आइए आज आपको गुलशन कुमार की 66वीं जयंती के मौके पर उनसे जुड़ी कुछ ख़ास बातें बताते हैं.
गुलशन कुमार एक पंजाबी परिवार से संबंध रखते थे. उनके पिता जूस की दुकान चलाया करते थे. गुलशन भी अक्सर पिता की मदद के लिए जूस की दुकान पर जाया करते थे. दिल्ली के दरियागंज में उनके पिता चंद्रभान दुआ की जूस की दुकान थी. इस दौरान उन्हें अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का ख्याल आया और फिर उन्होंने दिल्ली में कैसेट्स की दुकान खोल ली.
इस व्यापार से गुलशन कुमार को फायदा होने लगा. वे दिल्ली में कम कीमत पर लोगों को कैसेट्स बेचने का काम करने लगे. जब उनका यह धंधा चल पड़ा तो फिर उन्होंने आगे कुछ नया करने का मन बनाया और गुलशन कुमार ने स्थापित कर दी एक कंपनी. कंपनी का नाम रखा गया ‘टी सीरीज’. इस कंपनी के नाम से पूरी दुनिया परिचित है.
टी सीरीज की स्थापना करने के बाद गुलशन ने दिल्ली से मुंबई की ओर रुख किया. गुलशन कुमार ने अपनी गायकी से भी बड़ा नाम और सफलता हासिल की. वे भक्ति संगीत के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने अपनी सुरीली आवाज में कई गाने गाए और वे छा गए.
वैष्णोदेवी में चालू करवाया था भंडारा, आज भी है जारी…
धर्म और भगवान में ख़ास आस्था रखने वाले गुलशन कुमार ने माता वैष्णोदेवी में भंडारा शुरुर करवाया था. उनके निधन को 25 साल हो चुके है हालांकि अब भी माता वैष्णोदेवी मंदिर में भंडारा चलता है. मंदिर में जो भी लोग आते है उन्हें इस भंडारे के अंतर्गत निःशुल्क भोजन करवाया जाता है.
गुलशन कुमार की लोकप्रियता और सफलता ने हर किसी को हैरान कर दिया था. एक तो गुलशन को गायकी में महारत हासिल थी. भजन गाकर वे काफी ख्याति हासिल कर चुके थे जबकि दूसरी ओर उनकी कंपनी टी सीरीज भी सफलता के शिखर पर सवार थी और आज भी है. कहा जाता है कि इस दौरान गुलशन कुमार के कई दुश्मन भी बन गए थे.
अंडरवर्ल्ड की ओर से एक बार गुलशन कुमार को फोन किया गया था और उनसे अंडरवर्ल्ड ने 10 करोड़ रूपये की फिरौती मांगी थी हालांकि जवाब में गुलशन कुमार ने कहा कि इतने पैसों में तो मैं माता वैष्णोदेवी मंदिर में भंडारा करवा दूंगा. अंडरवर्ल्ड की धमकी और फिरौती से गुलशन डरे नहीं लेकिन यह बात अंडरवार्ल्ड को चुभ गई और उनकी हत्या कर दी गई.
गुलशन कुमार हर दिन भगवान शिव के मंदिर जाया करते थे. वे मंदिर में भगवान की पूजा अर्चना किया करते थे. 12 अगस्त 1997 को भी वे मुंबई के जीतेश्वर महादेव मंदिर गए हुए थे. वे जब मंदिर से बाहर आए तो अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम के इशारे पर दो बदमाशों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई. गुलशन को मंदिर के बाहर ही 16 गोलियां मारी गई थी.
गुलशन ने साल 1975 में सुदेश कुमारी से शादी की थी. दोनों के तीन बच्चे भूषण कुमार, तुलसी कुमार और खुशहाली कुमार हुए. भूषण कुमार अपने पिता के व्यपार और उनकी कंपनी टी सीरीज को आगे बढ़ा रहे हैं जबकि तुलसी कुमार एक लोकप्रिय गायिका हैं.