
Happy B’day: अरुणा ईरानी ने लिया था हमेशा बेऔलाद रहने का बड़ा फैसला, वजह थी बस इतनी छोटी
हिन्दी फिल्मों की अभिनेत्री अरुणा ईरानी ने अपने अभिनय से सिनेमा जगत में अलग ही मुकाम हासिल कर लिया था। 70 और 80 के दशक में अक्सर किसी न किसी फिल्म में वो नजर आ जाती थीं। खासकर खलनायिका के रोल में तो उनका किरदार बहुत जबरदस्त होता था जो हीरोइनों पर भी भारी पड़ जाता था।
मशहूर एक्ट्रेस अरुणा ईरानी आज यानि 3 मई को अपना 76वां बर्थडे मना रही हैं। उन्होंने अपने फिल्मी करियर में कई बार मां का किरदार भी निभाया था। वैसे क्या आपको पता है कि रील लाइफ में मां बनी अरुणा रियल लाइफ में कभी मां नहीं बनीं। उन्होंने एक छोटी सी वजह से हमेशा बेऔलाद ही रहने का फैसला कर लिया था।
9 साल में ही रख दिया था फिल्मी दुनिया में कदम
अरुणा ईरानी आज ही के दिन इस दुनिया में आई थीं। उनका जन्म मुंबई में 3 मई 1946 को हुआ था। उनके फिल्मी करियर की बात करें तो ये काफी लंबा रहा। अरुणा ने 300 से ज्यादा फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जादू दिखाया है। 70 और 80 के दशक में तो वो छाई रहती थीं। फिर बाद में वो कभी मां तो कभी सास के रोल में नजर आती थीं।
अभिनेत्री का लंबा करियर होने की एक वजह उनका छोटी उम्र में काम शुरू कर देना भी है। कम ही लोग जानते होंगे कि उन्होंने बस 9 साल की उम्र में ही फिल्मी करियर शुरू कर दिया था। ‘गंगा जमुना’ फिल्म में उन्होंने बाल कलाकार के रूप में काम किया था। साल 1964 में उनकी फिल्म ‘जहां आरा’ ने उनका करियर ग्राफ बढ़ा दिया था।
हास्य अभिनेता महमूद से था उनका अफेयर
अरुणा ईरानी के कई गीत भी उस दौर में बॉलीवुड में छाए रहे थे। इनमें कई तो सदाबहार हैं जो आज भी लोगों की जुबान पर चढ़े हुए हैं। कई गाने जैसे चढ़ती जवानी मेरी चाल मस्तानी’, ‘दिलबर दिल से प्यारे’, ‘मैं शायर तो नहीं पर तो आज भी रिमिक्स बना करते हैं। वहीं उनकी फिल्में उपकार, आया सावन झूम के, फर्ज और कारवां लोगों को खूब पसंद आई थीं।
उनकी शादीशुदा जिन्दगी की बात करें तो वो जब 40 साल की थीं, तब उन्होंने फिल्म डायरेक्टर कुकु कोहली से विवाह रचा लिया था। वैसे उस दौर में उनका अफेयर हास्य अभिनेता महमूद के साथ भी चला करता था। अभिनेता से अपने रिश्ते की बात खुद अरुणा ईरानी ने ही एक इंटरव्यू में कबूल कर ली थी।
इस वजह से कभी नहीं बनी मां
अरुणा शादी के समय 40 साल की हो गई थीं। वो अपना घर बसाना चाहती थीं। इसी दौरान उनकी मुलाकात कुकु कोहली से हुई थी। वैसे कुकु पहले से ही शादीशुदा हुआ करते थे। फिर भी अरुणा ईरानी ने उनसे विवाह रचाया था। साल 1960 में अरुणा ने शादी तो की लेकिन कभी मां न बनने का फैसला किया था।
इसकी छोटी सी वजह बच्चों का परेशान करना था। वो कहती थीं कि उन्होंने अपने भतीजा-भतीजी को हंगामा करते देखा था, उससे वो परेशान हो जाती थीं। उनको लगता था कि अच्छा है कि उनके बच्चे नहीं हैं। वहीं देर से शादी के बाद डॉक्टरों ने भी उनको जैनरेशन गैप की वजह से बच्चा पैदा न करने की सलाह दी थी।