सच हो गई राहुल गांधी की भविष्यवाणी!, प्रशांत किशोर को लेकर पहले ही कह दी थी ये बड़ी बात
प्रशांत किशोर यानि पीके, एक ऐसा शख्स जो चुनावी रणनीतियां बनाने में माहिर समझा जाता है। पीके पहले भारतीय जनता पार्टी में थे। यहां पर रहते हुए उन्होंने बीजेपी को सोशल मीडिया की ताकत से रूबरू करवाया। भाजपा की लोकसभा चुनाव में सफलता का श्रेय भी उनको दिया गया था। फिर वो पार्टी से अलग हो गए।
बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता का साथ देने वाले पीके की कांग्रेस में आने की खबर आम हो गई थी। हालांकि उनकी बात नहीं बन सकी। वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी की पीके को लेकर भविष्यवाणी भी सही हो गई है। आइए जानें आखिर पीके को लेकर उन्होंने क्या कहा था।
कांग्रेस में आने से कर दिया इनकार
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में आने की काफी अटकलें लगाई जा रही थीं। वैसे ये कोई पहला अवसर नहीं है जब पीके के कांग्रेस ज्वॉइन करने की बात हो रही थी। इससे पहले भी 7 बार वो कांग्रेस के साथ रणनीति बनाने के लिए आने वाले थे। फिर किसी न किसी वजह से उनका पार्टी में आना नहीं हो सका।
एक बार फिर वो कांग्रेस में शामिल होने जा रहे थे लेकिन बात नहीं बन सकी। खबरें आई कि प्रशांत ने कांग्रेस नेताओं की एक बड़ी बैठक बुलाने के लिए कहा था। इसमें वो पार्टी को फिर से जिंदा करने के लिए रोडमैप बनाना चाह रहे थे। हालांकि उनके प्रस्ताव को किसी ने भी तवज्जो नहीं दी जिससे वो निराश हो गए।
प्रियंका या राहुल से चाहते थे मिलना
पीके के प्रस्ताव पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो वो राहुल गांधी या प्रियंका से मिलना चाहते थे। तब जाकर पार्टी ने एक कमेटी गठित की। सदस्यों ने पीके के प्रस्ताव पर गंभीर मंथन किया। फिर सदस्यों ने रिपोर्ट दी कि वो दूसरी पार्टियों के साथ रहते हुए कांग्रेस के साथ भी जुड़ना चाह रहे थे। इसी वजह से उनको मना कर दिया गया।
वहीं दूसरी ओर पीके से जुड़े सूत्रों ने कहा कि वो कांग्रेस के लिए कुछ गंभीर फैसले लेना चाहते थे। फिर भी पीके को शक था कि पार्टी इन फैसलों को लागू करेगी या नहीं। इसकी वजह है कि पार्टी ने लंबे समय से खुद को दोबारा जीवित करने के लिए कोई काम किया ही नहीं है। पार्टी ठोस फैसले लेने से बचती रही है।
जानें क्या थी राहुल गांधी की भविष्यवाणी
पीके ने तो कांग्रेस में आने से साफ मना कर दिया। वहीं उनको लेकर राहुल गांधी ने पहले ही एक भविष्यवाणी कर दी थी। अब इसकी चर्चा कांग्रेस में जोर-शोर से हो रही है। राहुल ने पहले ही कह दिया था कि प्रशांत किशोर कांग्रेस पार्टी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने पीके के शामिल होने की खबरों से पहले ही ये बात कह दी थी।
राहुल का कहना था कि अगर पीके कांग्रेस में आ जाते हैं तो वो कांग्रेस का इस्तेमाल हर प्रदेश में छोटे दलों से सौदेबाजी के लिए करने लगेंगे। खबरें ये भी सामने आ रही हैं कि पीके पार्टी अध्यक्ष का राजनीतिक सचिव या उपाध्यक्ष बनने की डिमांड कर रहे थे। हालांकि पीके ने कहा कि कांग्रेस को मेरी नहीं सही लीडरशिप की जरूरत है।