क्या आपने कभी दूध से नहाया है? कई रोगों से दूर रखता है दूध से स्नान, जानें इसके फायदे
दूध आखिर किसको पसंद नहीं होता है। यह पीने में तो स्वादिष्ट होता ही है, साथ ही यह हमारी त्वचा के लिए भी काफ़ी फायदेमंद होता है। प्राचीनकाल से ही दूध सुन्दरता बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। दूध में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कैल्शियम, और चिकनाई वाले तत्व पाए जाते हैं। यह शरीर की खखुबसूरती बढ़ाने के साथ-साथ चेहरे की रंगत भी निखारने का काम करते हैं। शरीर को सुन्दर बनाने के लिए दुग्ध स्नान एक बहुत अच्छा उपाय है।benefits of milk bath.
भारत की रानियाँ भी करती थी दूध से स्नान:
मिश्र की रानी क्लियोपेक्ट्रा के बारे में कहा जाता है कि वह हमेशा दूध से स्नान करती थी। उन्हें प्राचीन काल की सबसे खुबसूरत महिला माना जाता है। उनकी खुबसूरती के चर्चे दूर-दूर तक फैले हुए थे। भारत में भी रानियाँ दूध से स्नान किया करती थीं। दूध से स्नान करने से शरीर तरोताजा रहता है। लेकिन एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि दूध से रोजाना स्नान नहीं किया जाता है। आइये जानते हैं दूध से कैसे स्नान किया जाता है और इसके फायदे क्या-क्या हैं?
दूध से स्नान के फायदे:
*- त्वचा सम्बन्धी किसी भी रोग के लिए दूध से स्नान करना काफी फायदेमंद होता है। यह शरीर के सभी अंगों तक पहुँचकर त्वचा सम्बन्धी सभी समस्याओं को दूर करता है।
*- जब भी दूध से स्नान करें अपने हाथों में थोड़ा दूध लेकर शरीर पर गोलाकार दिशा में मसाज करें। ऐसा करने से आपकी त्वचा नर्म और मुलायम होती है।
*- अगर आप गिरते और दोमुहें बालों की समस्या से परेशान हैं तो दूध से स्नान एक अच्छा उपाय है। इससे आपके गिरते बाल रुक जायेंगे और दोमुंहे बालों की समस्या से भी निजात मिल जायेगा।
*- दूध से स्नान करने से ऊपर की खराब हुई त्वचा निकल जाती है और उसकी जगह नई त्वचा आ जाती है। इससे त्वचा में ताजगी और कोमलता बनी रहती है।
*- झुर्रियों से परेशान लोगों के लिए दूध से स्नान करना काफी असरदार होता है। इससे आपकी त्वचा में लचीलापन बढ़ता है।
ऐसे करें दूध से स्नान:
सबसे पहले नहाने वाले टब में गुनगुना पानी भर लें। अब इस पानी में 2 मग दूध डालकर अच्छी तरह मिलायें। इसके बाद इस पानी में दो छोटे कप कच्चा शहद, आधा छोटा कप नारियल तेल और 20-25 बूंदे लवेंदर तेल की डालें। इन सभी को अच्छी तरह मिलाने के बाद आधा छोटा कप बेकिंग सोडा और आधा कप सी साल्ट मिलायें। सोडा और नमक के कण अच्छी तरह घुलने ना पायें। इसके बाद इसमें कुछ गुलाब की पंखुडियां डालकर स्नान करें। टब में आराम से बैठकर अच्छे से काफी समय तक स्नान करें। आपका तन-मन दोनों प्रसन्न हो जायेगा।