बॉलीवुड पर राज करने वाली साधना की जिन्दगी बन गई थी बोझ, कोर्ट के चक्कर काटते हुए हुई ऐसी हालत
बॉलीवुड की कुछ अभिनेत्रियां सदाबहार हुआ करती थीं। उनकी दिलकश अदाएं दर्शकों का मन मोह लेती थी। जब भी ऐसी हीरोइनों की बात आती है, एक नाम जरूर मन में आता है। वो नाम एक्ट्रेस साधना का है। उनकी खूबसूरती हो या उनकी एक्टिंग, दर्शकों को सिनेमाघरों तक खींच कर ले ही आती थी।
आज हम आपको साधना की निजी जिन्दगी के बारे में जानकारी देते हैं। वो अपने जमाने में बहुत फेमस हुआ करती थीं। बड़े-बड़े हीरो के साथ उनकी फिल्म हिट रहा करती थी। हालांकि बाद में उनकी हालत ऐसी हो गई कि उनका जीना तक मुश्किल हो गया था। आइए साधना के जीवन से जुड़े कुछ किस्से को जानते हैं।
लव इन शिमला से रखा था बॉलीवुड में कदम
अपनी अदाकारी और अदाओं के दम पर बॉलीवुड में राज करने वाली अदाकारा साधना टॉप हीरोइन हुआ करती थीं। उनके घर के बाहर प्रोड्यूसरों की लाइन लगे रहती थी। उनका जन्म पाकिस्तान के कराची शहर में हुआ था। साल 1941 को जन्मीं साधना एक सिंधी परिवार से ताल्लुक रखा करती थीं। उनका पूरा नाम साधना शिवदासानी था।
उनकी बालों की स्टाइल ‘साधना कट’ तो आज तक फेमस है। कम ही लोग जानते होंगे कि ये कट उन्होंने मजबूरी में रखा था। असल में उनका माथा काफी चौड़ा था। इसी वजह से डायरेक्टर ने इसको छिपाने के लिए उनको ऐसा कट करवाने की सलाह दी थी। हालांकि बाद में ये कट साधना कट के नाम से मशहूर हो गया।
कई हिट फिल्मों ने बना दिया था स्टार
1960 में बॉलीवुड से करियर शुरू करने वाली साधना अपने माता पिता की इकलौती संतान हुआ करती थीं। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनका एक गीत ‘झुमका गिरा रे बरेली के बाजार में’ तो आज तक गाया जाता है। ये गीत उनकी हिट फिल्म मेरा साया का था। इसके अलावा भी उनकी कई सुपरहिट फिल्में रहीं।
इन फिल्मों में ‘वो कौन थी’ काफी मशहूर हुई। इसके अलावा एक फूल दो माली, राजकुमार, असली नकली और वक्त जैसी मूवीज ने उनको टॉप एक्ट्रेस बना दिया था। साधना ने उस जमाने के बड़े-बड़े सितारों के साथ काम किया। इनमें शम्मी कपूर हों या सुनील दत्त, सबके साथ उनकी हिट फिल्में नजर आईं।
जानें बाद में कैसी हो गई थी जिन्दगी
साधना अपनी पहली फिल्म की शूटिंग के दौरान ही डायरेक्टर आरके नय्यर के करीब आ गई थीं। इसके बाद दोनों ने शादी भी कर ली। इन दोनों की कोई संतान नहीं थी। 30 सालों तक साथ निभाने के बाद पति नय्यर का निधन हो गया। इसके बाद साधना की जिन्दगी इतनी खराब हो गई कि उनका जीना तक मुश्किल हो गया था।
साधना जिस मकान में रहा करती थीं, वो मकान भी मुकदमे में फंस गया। एक तो उनकी बीमारी ने उनको परेशान किया हुआ था। इसके बाद उनको पुलिस और कोर्ट के चक्कर लगाना पड़ता था। वो पूरी तरह से अकेली पड़ गई थीं।
उनके अंतिम समय में कोई उनको पूछने वाला तक नहीं था। वो अकेले ही संघर्ष करती रहीं। हीरोइन साधाना ने अपनी परेशानियों को झेलते हुए 25 दिसंबर 2015 को दुनिया को अलविदा कह दिया था।