करण जौहर के जीवन की सबसे बड़ी सच्चाई, कहा- आदमी बनने के लिए 3 साल ट्रेनिंग ली, मजाक उड़ाते थे लोग
हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्माता और निर्देशक करण जौहर (Karan Johar) ने एक से बढ़कर एक फ़िल्में बनाई है. करण जौहर किसी सुपरस्टार की तरह लोकप्रियता रखते हैं और वे सफल भी इसी बड़े अभिनेता की तरह है. उन्होंने अपने दिवंगत पिता यश जौहर की विरासत को बहुत अच्छे से आगे बढ़ाया है.
गौरतलब है कि दिवंगत यश जौहर गुजरे दौर के मशहूर फिल्म निर्माता थे. उनके निधन के बाद उनके कामकाज को उनके बेटे करण जौहर ने संभाला और उसे काफी आगे बढ़ाया. आज करण जौहर हिंदी सिनेमा के दिग्गज फिल्मकार के रूप में होती है. अपनी फिल्मों के साथ ही करण अक्सर अपनी निजी जिंदगी के कारण भी चर्चा में आ जाते है.
बता दें कि फिलहाल करण जौहर अपने टॉक शो कॉफी विद करण (Koffee with Karan) के चलते सुर्ख़ियों में है. निर्देशक के इस शो का नया सीजन जल्द ही शुरू होने जा रहा है. इसकी शूटिंग मई में हो सकती है और जून में शो प्रसारित हो सकता है. हालांकि इसकी शुरुआत से पहले ही लोग इसके बहिष्कार की बातें कर रहे हैं.
वैसे आज हम आपसे करण की निजी जिंदगी पर बात करे जा रहे हैं. एक बार उन्होंने खुद से जुड़ा एक बड़ा खुलासा करते हुए सभी के होश उड़ा दिए थे. करण ने खुलासा किया था कि बच्चे मेरा मजाक उड़ाते हुए कहते थे कि मैं लड़कियों का तरह चलता हूं, मेरी आवाज लड़कियों की तरह पतली है.
करण को सुनने को मिलते थे लोगों के ताने…
पतली आवाज के कारण करण का बच्चे बहुत मजाक उड़ाते थे. उन्होंने कहा था कि, ”लोगों के ताने सुन-सुनकर मैं पागल हो गया था फिर मैं पापा से झूठ बोलकर आदमी बनने की ट्रेनिंग लेने जाता था. मैंने आदमी बनने के लिए करीब 3 साल तक ट्रेनिंग ली थी. मैं जब 15 साल का तभी अपना इलाज कराने डॉक्टर के पास पहुंच गया था”.
उन्होंने बताया था कि, ”लड़कियों की तरह मत चलो, उन्हीं की तरह डांस मत करो…ऐसे ताने सुनकर मैं बड़ा हुआ हूं. मैं तानों से तंग आ गया था, फिर मैंने स्पीच थैरिपी ली. एक दिन परेशान होकर में स्पीच थेरेपिस्ट के पास गया और कहा कि मेरी आवाज चेंज कर दो”.
करण ने यह भी कहा था कि वो दिन मेरे जीवन के सबसे डरावने और बुरे दिन थे. बिल्डिंग के बच्चे मेरा मजाक उड़ाया करते थे. मेरे हाथ-पैर मर्दों की तरह नहीं थे और आवाज भी काफी पतली थी. मैं स्कूल में स्पोर्ट्स में भी भाग नहीं लेता था.