आज के जमाने में बेटा हो या बेटी दोनों ही बराबर हैं। लेकिन फिर भी देश में कुछ ऐसे परिवार है जहां बेटे होने पर खुशियां और बेटी होने पर गम मनाया जाता है। कुछ तो लड़की होने पर भ्रूण हत्या तक करवा देते हैं। हालांकि दुनिया में कुछ बुरे लोग हैं तो कुछ अच्छे भी हैं। आज हम आपको एक ऐसे किसान से मिलाने जा रहे हैं जिसने घर पर बेटी होने का ऐसा जश्न मनाया जिसकी मिसाल पूरा देश दे रहा है।
पोती हुई तो हेलीकॉप्टर से घर लाया किसान
महाराष्ट्र के पुणे जिले के बालेवाड़ी इलाके में अजित पांडुरंग बलवडकर नाम का एक किसान रहता है। उसके घर हाल ही में एक पोती का जन्म हुआ। उसने पोती का नाम ‘कृषिका’ रखा। 26 अप्रैल को वह पोती को अपने घर लाया तो पूरा गाँव देखता रह गया। उसने हेलीकॉप्टर में पोती को बैठाया और फिर अपने घर लाया। इतना ही नहीं पोती के स्वागत के लिए उसने जोरदार आतिशबाजी भी की।
पोती के होने से किसान की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनके घर जश्न जैसा माहौल बन गया। बच्ची के स्वागत में फूलों को भी बिछाया गया। किसान की दिल से इच्छा थी कि वह अपने घर की लक्ष्मी यानि पोती का भव्य स्वागत करे। इस हेलीकॉप्टर को बुक करने के लिए किसान ने अपनी जेब से एक लाख रुपए भी दिए।
पूरे गांव में बांटी मिठाई
बच्ची के पैदा होने का जश्न यहीं खत्म नहीं हुआ। किसान अजित पांडुरंग ने बेटी होने की खुशी में पूरे गांव में मिठाइयां बटवा दी। इसके अलावा बेटी के आगमन पर उसका ढोल नगाड़ों से स्वागत भी किया गया। पांडुरंग ने बताया कि मैंने हमेशा से ही पोती होने का सपना देखा था। इसलिए जब भगवान ने मेरा ये सपना पूरा किया तो मैं खुशी से फुला नहीं समाया।
Maharashtra | Ajit Pandurang Balwadkar, a farmer from Balewadi hired a helicopter to bring his newborn granddaughter and daughter-in-law to his house in Balewadi from the maternal house of the daughter-in-law in Shewalwadi in Pune. (26.04) pic.twitter.com/T9dR8gxVqe
— ANI (@ANI) April 26, 2022
किसान पांडुरंग के साथ-साथ उनके आस पड़ोस वाले भी बेटी होने का जश्न मना रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर पांडुरंग की मिसाले दी जा रही है। बोला जा रहा है कि काश भारत के हर घर में बेटी होने पर ऐसा ही जश्न मनाया जाए।
गौरतलब है कि लोग आज भी लड़का और लड़की में भेदभाव करते हैं। ऐसे में उन्हें इस किसान से प्रेरणा लेनी चाहिए। बेटा और बेटी में अंतर नहीं करना चाहिए। भगवान जो भी दे उसे खुशी-खुशी स्वीकार करना चाहिए।