बॉलीवुड से अमेरिका के पागलखाने में पहुंच गए अभिनेता राज किरण, अब बुरे हाल में जी रहे हैं ज़िंदगी
अगर आप पुरानी फिल्मों के शौकीन हैं तो एक अभिनेता को आपने जरूर देखा होगा। वो अक्सर निगेटिव रोल में ही नजर आते थे। कभी अमीर बाप की बिगड़ी औलाद के रूप में, तो कभी धोखेबाज दोस्त के रूप में पर्दे पर दिखाई देते थे। उनका नाम राज किरण है जो एक जमाने में अपनी अलग पहचान रखते थे।
80 और 90 के दशक की फिल्मों को देखें तो राज किरण अक्सर आपको दिख जाएंगे। उनकी अदाकारी का भी कोई जोड़ नहीं था। हालांकि उनका जीवन बाद में काफी खराब हो गया। वो बॉलीवुड से अमेरिका के पागलखाने पहुंच गए। अब वो किस हाल में हैं, इस बारे में अभिनेत्री ने पता लगाने की कोशिश भी की थी।
बड़ी-बड़ी फिल्मों में कर चुके रोल
अभिनेता राज किरण पुरानी हिन्दी फिल्मों का जाना-माना चेहरा रहे हैं। वो हीरो बनने आए थे लेकिन उनको निगेटिव रोल्स ही ज्यादा मिले। दर्शकों ने भी नकारात्मक भूमिकाओं में उनको खासा पसंद किया। उन्होंने बड़ी-बड़ी फिल्मों में काम किया है। वो ऋषि कपूर की सुपर हिट फिल्म कर्ज में भी दिखे थे।
राज ने अपने करियर की शुरुआत फेमस डायरेक्टर बीआर चोपड़ा के साथ की थी। उन्होंने ‘कागज की नाव’ फिल्म से बॉलीवुड की दुनिया में कदम रखा था। इसके बाद से उनका करियर ग्राफ बढ़ता ही गया। उन्होंने राज तिलक, अर्थ और बसेरा जैसी कई फिल्मों में साइड रोल्स करके अलग पहचान बना ली थी।
टीवी पर भी हुए फ्लॉप
बॉलीवुड में राज किरण का सिक्का जम गया था। फिर 90 का दौर आते-आते ही उनकी लाइफ भी यू टर्न करने लगी। नए कलाकार आने लगे और राज किरण को काम मिलना कम होने लगा। उनका करियर धीरे-धीरे डगमगाने लगा तो राज भी चिन्ता में आने लगे। एक वक्त ऐसा आया जब उनको काम मिलना ही बंद हो गया।
इसके बाद अपनी जिन्दगी गुजारने के लिए उन्होंने टीवी पर अपनी किस्मत आजमानी शुरू कर दी। उस समय ‘रिपोर्टर’ नामक एक सीरियल में उनको काम मिला। इसमें शेखर सुमन मुख्य भूमिका में थे। राज टीवी पर भी फ्लॉप हो गए। इसके बाद तो वो डिप्रेशन की चपेट में आ गए और दिमाग की बीमारी के शिकार हो गए।
ऐसे पहुंचे अमेरिका के पागलखाने
राज के बारे में कोई सटीक जानकारी तो नहीं मिली। बस कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक उनको पागलपन के दौरे पड़ने लगे थे। इसी वजह से वो मुंबई के बायखला अस्पताल में भर्ती किए गए। फिर वो अचानक से गायब हो गए। कई सालों बाद अभिनेत्री दीप्ति नवल ने सोशल मीडिया पर अपने दोस्त को तलाशने की मुहिम छेड़ी।
उनको पता लगा था कि वो न्यूयॉर्क में टैक्सी चलाते हैं। अचानक साल 2011 में ऋषि कपूर अमेरिका गए और राज के भाई गोविंद से मिले। तब उन्होंने बताया था कि राज किरण का अटलांटा के पागलखाने में इलाज किया जा रहा है। इसके बाद से राज गुमनाम है। कोई नहीं जानता है कि वो अब कहां हैं और किस हाल में अपना जीवन जी रहे हैं।