दिलचस्प किस्सा: जब स्टेज से लोगों को देखकर कांपने लगे थे राजेश खन्ना, बोल गए थे उल्टा डायलॉग
हिन्दी सिनेमा में सुपर स्टार का चलन अगर किसी हीरो ने शुरू किया तो वो राजेश खन्ना थे। उनकी पूरी जिन्दगी ही किसी फिल्म से कम नहीं थी। उनका स्टारडम ऐसा था कि लड़कियां उनके पीछे पागलों की तरह घूमा करती थीं। जितने किस्से राजेश खन्ना के हैं, उतने शायद ही किसी हीरो के रहे होंगे।
लोगों के बीच मशहूर इस कलाकार ने एक्टिंग में खूब नाम कमाया। एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दीं। बस आपको उनके जीवन की एक बात शायद ही पता हो। क्या आपको वो किस्सा पता है जब राजेश स्टेज पर गए और लोगों को देखकर कांपने लगे। वो इतने नर्वस हो गए कि एक छोटा सा डायलॉग भी उल्टा बोल गए।
पिता की मर्जी के खिलाफ आए थे मुंबई
राजेश खन्ना भले ही सुपर स्टार रहे हों लेकिन उनके घरवाले उनको फिल्मों में नहीं देखना चाहते थे। उनके पिता ने उनको मुंबई जाने से मना कर दिया था। हालांकि राजेश पर तो एक्टर बनने का जुनून सवार था। इस वजह से उन्होंने परिवार वालों के खिलाफ जाकर मायानगरी आने का फैसला कर लिया था।
उस दौरा में राजेश खन्ना का एक मित्र मुंबई में हुआ करता था। वो यहां की प्रसिद्ध ड्रामा कंपनी से जुड़ा हुआ था जिसका नाम आईएनटी था। वीके शर्मा इस कंपनी के निर्देशक हुआ करते थे। वो सिर्फ नाटक ही नहीं लिखते थे बल्कि डायरेक्ट करते और जरूरत पड़ने पर अभिनय भी करते थे। उनको देखने के लिए राजेश भी वहां जाया करते थे।
ऐसे मिला था पहला काम
राजेश खन्ना को एक्टर बनना था। ऐसे में वो शर्मा के नाटक देखने और उनसे सीखने के लिए रोज ही कंपनी की रिहर्सल में जाने लग गए। उनको उम्मीद थी कि किसी दिन शर्मा जी की नजर उनके ऊपर पड़ेगी और उनको भी काम मिल जाएगा। राजेश को अपना सपना पूरा होने में कई महीनों का वक्त लगा, अचानक एक दिन उनकी किस्मत खुल गई।
हुआ यूं कि कंपनी का एक शो होने वाला था। उस शो का अभिनेता बीमार चल रहा था और रिहर्सल में भी नहीं आ पा रहा था। ऐसे में शर्मा जी परेशान होने लगे और उन्होंने उस एक्टर की जगह किसी दूसरे को रखने का फैसला किया। इसी बीच उनकी नजर राजेश पर पड़ गई। वो रोज ही रिहर्सल देखने के लिए आया करते थे।
जानें कैसे बोले उल्टा डायलॉग
कंपनी के डायरेक्टर ने राजेश को बुलाया और उनसे छोटा सा रोल करने के बारे में पूछा। उनके पूछते ही मानो राजेश का तो सपना ही सच हो गया। वो इतने खुश थे कि उन्होंने फौरन ही उस रोल के लिए हामी भर दी। उनको नाटक में दरबान का किरदार निभाना था। पूरे नाटक में उनको सिर्फ एक लाइन ही बोलनी थी।
राजेश ने रिहर्सल में इस छोटे से डायलॉग के लिए भी खूब रिहर्सल की। हालांकि जब वो पहली बार स्टेज पर गए और लोगों को देखा तो नर्वस हो गए। वो डर से कांपने लगे। इसके बाद उन्होंने एक छोटा सा डायलॉग भी उल्टा बोल दिया। उनको बोलना था ‘जी हुजूर, साहब घर पर हैं’ लेकिन घबराहट में वो बोले ‘जी साहब, हुजूर घर पर हैं’। शो खत्म होते ही वो वहां से भाग गए थे।