साउथ इंडियन फिल्मों के आगे क्यों हांफ रही हैं बॉलीवुड मूवीज, संजय दत्त ने बता दी असली वजह
इन दिनों बॉलीवुड की फिल्में हांफ रही हैं। कुछ एक फिल्मों को छोड़ दिया जाए तो हिन्दी फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही हैं। दर्शक इन फिल्मों को देखने के लिए सिनेमाघरों का रुख ही नहीं कर रहे हैं। इस वजह से पूरा बॉलीवुड परेशान चल रहा है। खासकर हीरो चिन्तित हैं कि उनका आगे का करियर कैसा होने वाला है।
वहीं दूसरी ओर साउथ की फिल्में धमाल मचा रही हैं। वहां की कोई भी फिल्म हिन्दी में डब होकर आए, वो करोड़ों का बिजनेस कर रही है। हाल ही में रिलीज हुई साउथ इंडियन फिल्में इस बात का उदाहरण हैं। आखिर साउथ मूवीज क्यों बॉलीवुड पर भारी पड़ रही हैं। इस राज से अभिनेता संजय दत्त ने पर्दा उठा दिया है।
इन फिल्मों ने मचा रखा है तहलका
साउथ की फिल्में इन दिनों हिन्दी भाषी राज्यों में भी छाई हुई हैं। करोड़ों कमाई कर रही हैं। दर्शक एडवांस बुकिंग में ही रिकॉर्ड तोड़ दे रहे हैं। कुछ समय पहले ‘पुष्पा’ फिल्म आई थी जिसने रणवीर सिंह की 83 को बैठा दिया था। फिल्म ने जबरदस्त कमाई की थी। सुपरहिट फिल्म के डायलॉग सबकी जुबान पर थे।
इसके बाद राजमौली की ‘आरआरआर’ आई। ये फिल्म तो पुष्पा से भी आगे निकल गई। फिल्म ने ऐसी धूम मचाई कि कलेक्शन के मामले में कई फिल्मों का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। अब ‘केजीएफ 2’ भी रिलीज होते ही कमाल कर रही है। सिर्फ चार दिन में ही पूरी दुनिया में 552 करोड़ रुपये कमा चुकी है।
संजय दत्त ने बताई असली वजह
आखिर बॉलीवुड फिल्मों के फ्लॉप होने का कारण क्या है। इतना बड़ा बजट, महंगे सुपर स्टार, खूबसूरत हीरोइनें और देश-विदेश की बेहतरीन लोकेशन होने के बाद भी हिन्दी फिल्में चल नहीं रही हैं। ऐसी क्या वजह है कि बॉलीवुड अब दर्शकों को सिनेमाघरों तक रिझा ही नहीं पा रहा है। इसका जवाब मिल गया है।
एक इंटरव्यू में इस बात को मशहूर अभिनेता संजय दत्त से पूछ लिया गया। उन्होंने भी बेबाकी से अपना जवाब दे दिया। उन्होंने बॉलीवुड फिल्में न चलने का कारण बताया कि बॉलीवुड अब हीरोइज्म भूल गया है। वहीं साउथ इंडस्ट्री हीरोइज्म को साथ लेकर चल रही है। इसी वजह से वहां की फिल्में चल रही हैं।
संजय ने बताया एक और कारण
संजय दत्त ने एक और कारण बताया है। उनका कहना है कि बॉलीवुड ये भूल ही गया है कि हमारी हिन्दी फिल्मों के ज्यादातर दर्शक किन राज्यों से हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान, यूपी, बिहार और झारखंड के लोग हिन्दी फिल्मों की असली ऑडियंस हैं। बॉलीवुड अब हीरो को हीरो की तरह पेश ही नहीं करता है।
मशहूर अभिनेता ने उम्मीद की कि जल्द ही हिन्दी फिल्में फिर से अपना ट्रेंड पकड़ लेंगी। संजय बोले कि कारपोरेट की वजह से फिल्मों का टेस्ट नहीं बदला जाना चाहिए। आपको बता दें कि केजीएफ 2 में संजय ने भी रोल किया है। उनके रोल की जबरदस्त तारीफ भी की जा रही है। इस मूवी में वो विलेन की भूमिका में नजर आए हैं।