जूते न चप्पल, रोड पर काले कपड़ों में नंगे पैर घूम रहे RRR के हीरो रामचरण, दिलचस्प है वजह
फिल्म RRR इन दिनों सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। लोग फिल्म को देखने के लिए घरों से खूब निकल रहे हैं। मूवी में जिन दो एक्टरों की काफी चर्चा हो रही है उनमें एक रामचरण भी हैं। ब्रिटिश पुलिस के रोल में उनको देखकर खूब तालियां बज रही हैं। वहीं क्लाइमेक्स में तीर धनुष लिए रामचरण तो इतने जबरदस्त लगे कि लोग सीटियां बजाने लगे।
इस फिल्म में रोल निभाने के लिए उन्होंने कठिन साधना की है। लॉक डाउन में जमकर कसरत से लेकर नपी तुली डाइट ली है। उनकी ये साधना फिल्म में सफल होती भी दिखी। हालांकि इधर वो दूसरी ही साधना में लीन है। रोड पर नंगे पैर चल रहे हैं। काले कपड़े पहन रहे हैं। यहां तक की फिल्म देखने भी वो ऐसे ही चले आए।
नंगे पैर देखकर हैरान रह गए फैन्स
अभिनेता रामचरण मुंबई के गेयटी सिनेमाहॉल में पहुंचे थे। वो दर्शकों के साथ फिल्म RRR देखने के लिए आए थे। इस दौरान उनको देखकर दर्शक हैरान रह गए। वो पैरों में जूते-चप्पल भी पहने हुए नहीं थे। इतना बड़ा अभिनेता सड़क पर नंगे पैर ही चल रहा था। वहीं उन्होंने गले में रुद्राक्ष की माला और काले कपड़े पहने हुए थे।
अगर आप भी सोच रहे हैं कि वो किसी फिल्म के गेटअप में थे तो ऐसा नहीं है। उनके नंगे पैर होने और काले कपड़े पहनने के पीछे धार्मिक कारण है। असल में रामचरण एक कठिन साधना कर रहे हैं। ये साधना पूरे 41 दिन तक की जाती है। यानि वो नंगे पैर ही 41 दिनों तक रहेंगे और काले कपड़े ही पहने हुए दिखाई देंगे।
इस साधना में लीन हैं रामचरण
सुपरहीरो रामचरण भगवान अयप्पा के भक्त हैं। वो बचपन से ही उनको मानते हैं। इसी वजह से वो उनकी 41 दिनों की कठिन साधना कर रहे हैं। इस साधना में कई नियम हैं जिनको मानना होता है। इसी वजह से रामचरण भी साधना के दौरान इन नियमों का पूरी श्रद्धा के साथ पालन करते हुए नजर आ रहे हैं।
भगवान अयप्पा को दक्षिण भारत में बहुत माना जाता है। यहां उनकी 41 दिनों की साधना करना काफी प्रचलन में है। इस साधना में भक्त को 41 दिनों तक शाकाहारी भोजन ही करना होता है। वो मांसा हार को हाथ भी नहीं लगा सकता है। इसके अलावा उसको काले कपड़े पहनने होते हैं। इतना ही नहीं नंगे पैर भी रहना होता है।
साल में दो बार रामचरण करते हैं साधना
चिंरजीवी के बेटे रामचरण जब 20 साल के थे, उसी समय से वो इस साधना को पूरी भक्ति के साथ करते हुए आ रहे हैं। वो वर्ष में दो बार 41 दिन के लिए भगवान अयप्पा की साधना में लीन हो जाते हैं। इस दौरान वो माथे पर चंदन का लेप लगाए रहते हैं। शाकाहार का पालन करते हैं। रंगबिरंगे कपड़ों का त्याग कर देते हैं। नंगे पैर चलते हैं।
नियम है कि जब ये साधना 41 दिन बाद पूरी हो जाए तो केरल जाना होता है। वहां भगवान अयप्पा का मंदिर है जो सबरीमाला के नाम से विश्व विख्यात है। इसी मंदिर में अनुष्ठान करना होता है। रामचरण भी केरल जाते हैं और अपनी साधना का समापन वहां अनुष्ठान के जरिए करते हैं।