‘बसंती कूड़े के सामने से मत निकलना’ कमिश्नर के घर के आगे दिखे ‘शोले’ के पोस्टर, जानें वजह
गांधीगीरी के रास्ते पर चलकर भारत को आजादी मिल गई थी। हालांकि अब लोग हिंसा का सहारा लेने लगे हैं। फिर भी इस दौर में अगर गांधीगीरी से बात बन जाए तो कहने ही क्या है। कुछ ऐसा ही किया है पंजाब के लोगों ने जिन्होंने गांधीगीरी का सहारा लिया है। उन्होंने कमिश्नर के घर के आगे कुछ मजेदार पोस्टर लगा दिए हैं।
लुधियाना का ये मामला है। यहां लोगों ने नगर निगम को आईना दिखाने के लिए गजब का रास्ता निकाला है। उन्होंने शोले फिल्म के चुटीले संवादों का प्रयोग किया है। इसके साथ ही वहां के कमिश्नर को आईना दिखाने के लिए पोस्टरों को कमिश्नर रिहायश के समक्ष लगा दिया है। आइए जानते हैं उन्होंने ऐसा क्यों किया।
इस वजह से लगा दिए शोले के पोस्टर
लुधियाना के लोग असल में वहां फैली गंदगी से बहुत परेशान हो गए हैं। पूरा शहर कूड़े की चपेट में आ रहा है। खुले में बने गड्ढों में कूड़ा फेंका जा रहा है। वहां से लोगों का निकलना ही मुश्किल हो रहा है। रास्तों से गुजरने पर ऐसी बदबू आती है कि लोग मजबूरी में सांस रोककर वहां से गुजरते हैं। बीमारी फैलने का खतरा अलग से है।
इन कूड़े के ढेरों को शहर से हटाने के लिए पर्यावरण प्रेमी लगातार प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने पब्लिक एक्शन कमेटी बनाई है। इस कमेटी के बैनर तले ही विरोध हो रहा है। इन लोगों ने गांधीगीरी का सहारा लिया है ताकि निगम के अफसर शर्मिंदा हो जाएं और उनकी बातों पर ध्यान देना शुरू कर दें।
नगर निगम के खिलाफ निकाली भड़ास
पर्यावरण प्रेमी नगर निगम हद में बुड्ढा नाला किनारे, सिधवां नहर किनारे, खाली जगहों पर बनाे ओपन कूड़ा डंपों से परेशान हैं। इसी वजह से ये लोग शोले फिल्म के पोस्टर लेकर कमिश्नर प्रदीप कुमार के घर के आगे पहुंचे थे। यहां इन लोगों ने चुटीले अंदाज में सबका ध्यान अपनी ओर खींचना शुरू कर दिया।
शोले के डायलॉग को कूड़े से जोड़ा गया था। एक पोस्टर में प्रदर्शनकारियों ने सांभा वाले डायलॉग का इस्तेमाल किया था। उसमें लिखा हुआ था कि अरे ओ साभा, कितना कूड़ा है लुधियाना में। वहीं दूसरे पोस्टर में वीरू बोल रहा है बसंती इस कूड़े के सामने से मत जाना, तो बसंती जवाब दे रही है मेरे पास कोई और रास्ता नहीं है।
अनूठे प्रदर्शन की खूब हो रही है चर्चा
गांधीगीरी पर उतरे लोगों के इस प्रदर्शन की शहर में खूब चर्चा हो रही है। विरोध कर रहे कपिल अरोड़ा का कहना था कि पूरे शहर में जो खुले प्लॉट हैं, उनमें कूड़े के ढेर लगाए जा रहे हैं। नगर निगम हमसे टैक्स तो वसूलता है लेकिन कोई काम नहीं करता है। जन प्रतिनिधि भी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं।
इतना ही नहीं उन्होंने भ्रष्ट अफसरों की पोल भी खोली। वो बोले कि यहां रेहड़ी वालों से हफ्ता वसूला जाता है। उन्होंने किसी अधिकारी का नाम तो नहीं बताया, बस इतना कहा कि कूड़ा फेंकने वालों से पैसे वसूलने वाले अफसरों का नाम पता लगाया जा रहा है। इसके बाद विभाग से कार्रवाई के लिए अधिकारियों से संपर्क किया जाएगा।