रक्षाबंधन पर लगेगा चूड़ामणि चंद्रग्रहण…जानिए, किसकी पलटेगी किस्मत, कौन हो जाएगा कंगाल?
आने वाले रक्षाबंधन यानी की श्रावन शुक्ल पूर्णिमा सोमवार 7 और 8 अगस्त मध्य रात्री को पूरे भारत में खंडग्रास चंद्रग्रहण, दक्षिणी और पूर्वी एशिया के ज़्यादातर देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, अफ्रिका और यूरोप, (अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, सऊदी अरब, इराक, ईरान, केन्या, इथोपिया, चीन, रूस, तंजानिया, म्यांमार, मंगोलिया, जापान, मलेशिया, थाईलैंड, सोमालिया, सिंगापुर, हांगकांग, फिलीपींस) आदि में चंद्रग्रहण देखने को मिलेगा. इस चंद्रग्रहण के कारण लगभग सभी राशियाँ प्रभावित होंगी. इसके विपरीत कुछ राशियों को फ़ायदा भी मिलेगा. नुकसान में रहने वाली राशियों को इससे बचने के लिए शनि और राहू के कुछ ख़ास उपाय बताये गए हैं.
इस ग्रहण प्रारंभ रात्रि 10.53 बजे, ग्रहण मध्य रात्रि 11.51 बजे और ग्रहण समाप्ति मध्यरात्रि के बाद 12.48 बजे होगा. ग्रहण का सूतक 07 अगस्त, 2017 को दोपहर बाद 1.53 से शुरू होगा. माना जाता है की सूतक में रोगी, वृद्ध, बच्चों और आसक्त जनों की छोड़कर बाकी लोगों को सोना, खाना-पीना, मैथुन, मूर्ति स्पर्श, तेल लगाना, नाखून काटना आदि कार्यों से दूर रहना चाहिए. जबकि रोगियों और गर्भवती महिलाओं को समय पर खाना और दवाई लेने पर कोई रोक नहीं है.
क्या करें, क्या ना करें
स्नान, दान, ध्यान, जप, सिद्धि, पाठ, मंत्र-तंत्र, तीर्थ स्थान में स्नान और हवन आदि शुभ कार्य करना इस दौरान ग्रहण काल में हितकर माना जाता है. ग्रहण ख़त्म होने पर सुबह के वक़्त फिर से नहा धोकर संकल्प पूर्वक पात्र ब्राहमण जनों को दान करना चाहिए. सूतक में गर्भवती महिलाओं को ब्लड, चाकू-छुड़ी, नाख़ून, फल-सब्जियां नहीं काटने चाहिए. जो औरतें माँ बनने वाली हैं उन्हें अपने साड़ी के पल्लू को गेरू के घोल में रंग लेना चाहिए, इससे उनके होने वाले बच्चे पर ग्रहण का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता.
चूड़ामणि चंद्रग्रहण रहेगा इस बार
ग्रहण सोमवार को घटित होने के कारण इसे चूड़ामणि चंद्रग्रहण कहा जायेगा. शास्त्रों में इस ग्रहण का स्नान, जाप, दान, पूजा, हवन आदि का बहुत महत्व बताया गया है.
कौन-कौन सी राशियों पर रहेगा ग्रहों का प्रभाव
इस खंडग्रास चंद्रग्रहण श्रवण नक्षत्र और मकर राशि में होने से इस राशि और नक्षत्र में पैदा होने वाले लोगों को कुछ विशेष कष्ट ज़रूर रहेगा. इसके अलावा पानी में रहने वाले जीवों को, राजनेताओं, प्रतिष्ठित व्यक्तियों के परिवार जनों को, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों, औषध निर्माताओं, मंत्रशास्त्रियों, जीवियों, सैनिकों, आयुध-शस्त्र और वृद्ध लोगों को अलग-अलग प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए इस राशि-नक्षत्र वाले लोगों को जप, दान आदि करना लाभ पहुंचाएगा.
अन्य राशियों पर ग्रहण का फल
मेष राशि वालों के लिए ये चंद्रग्रहण अच्छा रहेगा. वृषभ राशि वालों के मान-सम्मान में कमी आ सकती है. मिथुन राशी को शारीर से जुड़े कष्ट सता सकते हैं. कर्क राशी को दांपत्य जीवन में कठिनाईयों का सामना करना पड़ सकता है. सिंह राशि वालों के लिए यह समय कार्य में सफलता दिला सकता है. कन्या राशि वालों को चिंता और तनाव का सामना करना पड़ सकता है. वृश्चिक को धनलाभ होगा. धनु राशि वालों को हो सकता है नुक्सान. मकर राशि वालों को भी चोट और भय का डर रहेगा. कुम्भ वालों को हो सकता है धन का नुकसान. मीन राशि के लिए ये चंद्रग्रहण धन और लाभवृद्धि की बढ़ोतरी में कर सकता है मदद.
क्या रहेगा मासफल का लगाव
श्रवण मास में ग्रहण होने से मेघालय, नागालैंड, कश्मीर, भूटान, मध्य प्रदेश, सिक्किम, बलूचिस्तान, पाकिस्तान, काबुल, कंधार में प्राकृतिक प्रकोप देखने को मिल सकता है.