राजनीति
आज़ाद हिन्द फौज में शामिल 90 साल के इस बुजुर्ग का हाल पढ़ आपकी आँखें भर जाएँगी
श्रीपत अपने युवावस्था के दौरान ही क्रान्तिकारियों के संपर्क में आ गए थे। उसी दौरान उन्हें पता चला कि नेताजी सुभाषचन्द्र बोस झांसी आ रहे हैं। वह उनसे मिलने झांसी आए और उनके भाषण से बहुत प्रभावित हुए।
नेताजी के नारों से प्रभावित होकर श्रीपत आजाद हिन्द फौज में शामिल हो गए और बन्दूक का लाइसेन्स बनवाया। लेकिन वह फौज की तरफ से लड़ने के लिए वर्मा नहीं जा सके, क्योंकि तब तक नेताजी के निधन की सूचना आ गई थी।
इस बीच, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता भानू सहाय ने इस बात की पुष्टि की है कि श्रीपत आजाद हिन्द फौज के सैनिक रहे हैं। श्रीपत जहां नेताजी से मिले थे, उस स्थान को आज सुभाषगंज के नाम से जाना जाता है।