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नवरात्रि में भूलकर भी न करें ये 6 गलतियां, नाराज हो जाती है मां दुर्गा, नहीं मिलता व्रत का फल

हर साल माता रानी के भक्त साल में दो नवरात्रि मनाते हैं। पहली शारदीय नवरात्रि और दूसरी चैत्र नवरात्रि। 2 अप्रैल, शनिवार को चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही है। इस नवरात्रि को हर साल चैत्र मास के शुक्‍ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। इस बार ये 11 अप्रैल तक चलने वाली हैं। चैत्र नवरात्रि से नव हिन्दू वर्ष की शुरुआत भी होती है। यह चीज इस पर्व को और भी खास बना देती है।

नवरात्रि में 9 दिनों तक भक्त माता रानी की भक्ति में लीन रहते हैं। उन्हें प्रसन्न करने के नए -नए जतन करते हैं। इसमें माता रानी के नाम का व्रत रखना भी शामिल है। कहते हैं नवरात्रि में मां के नाम का उपवास रखने से जीवन में सुख और पैसा दोनों मिलता है। हर मुराद पूर्ण होती है। लेकिन इस नवरात्रि में कुछ विशेष गलतियों को करने से बचना चाहिए। यदि आप नवरात्रि में व्रत रख रहे हैं तो 9 दिनों तक कुछ सावधानियाँ बरतनी पड़ती है। वरना मां दुर्गा नाराज हो जाती हैं।

नवरात्रि में ये गलतियां करना है पाप

1. नवरात्रि में किसी भी प्रकार का नशा जैसे शराब, धूम्रपान इत्यादि नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही नॉन वेज खाने पर भी मनाही है। इस दौरान आपको तामसिक आहार खाने से बचना चाहिए। इतना ही नहीं लहसुन और प्याज का सेवन करना भी नवरात्रि में बंद कर देना चाहिए।

2. व्रत करने वाले जातकों को इन 9 दिनों तक अनाज का एक दाना भी ग्रहण नहीं करना चाहिए। वहीं फलाहार में नामक का सेवन नहीं करना चाहिए। हालांकि आप व्रत वाले सेंधा नमक का उपयोग कर सकते हैं।

3. नवरात्रि में मन के अंदर बुरे विचार नहीं लाने चाहिए। मन को साफ और स्वच्छ रखना चाहिए। गाली गलोच नहीं करना चाहिए। किसी स्त्री के बारे में बुरा नहीं सोचना चाहिए। वाणी पर मिठास होनी चाहिए। कटु शब्द नहीं बोलना चाहिए।

4. नवरात्रि में माता रानी की पूजा पाठ जरूर करें। इसमें खासतौर पर दुर्गा सप्तशती का पाठ नियमित रूप से पढ़ें। फिर भले आपका उपवास हो या न हो। इस पाठ से माता रानी खुशी होगी और आपके सभी दुख दर्द दूर कर देगी।

5. नवरात्रि में व्रत रखने वाले जातकों को सोने के लिए पलंग या खाट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आपके लिए जमीन पर सोना उचित रहेगी। वैसे आपकी इच्छा हो तो चौकी पर भी सो सकते हैं।

6. नवरात्रि में बाल, दाढ़ी, नाखून काटने से बचना चाहिए। यदि आप इन्हें काटते हैं तो माता रानी दुखी हो सकती हैं। इसके अलावा ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए।

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