शादी के मौके पर अक्सर ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिससे शादी टूटने की कगार पर आ जाती है। इसी वजह से दोनों ही पक्षों के लोग थोड़ा संयम से काम लेते हैं। इसके बाद भी कई बार ऐसी हरकतें हो जाती हैं कि शादी टूट ही जाती है। कुछ ऐसा ही हुआ बिहार में हो रही शादी में जो दूल्हे की हरकत की वजह से टूट गई।
बिहार की इस शादी में फिल्मी अंदाज में सबकुछ हुआ। दुल्हन के द्वार पर बारात आ गई। दूल्हा और बाराती सब पहुंचे थे। शादी की पूरी तैयारी हो गई थी। वरमाला होने जा रही थी। इसी दौरान दूल्हे ने ऐसी हरकत कर दी जिसपर लड़की की नजर पड़ गई। इसके बाद लड़की ने शादी से ही इनकार कर दिया। आइए जानें पूरा मामला क्या है।
बांका जिले का है मामला
ये हैरान करने वाला केस बिहार के बांका जिले से सामने आया है। यहां पर बुधवार को एक बारात आई थी जो बैरंग ही वापस लौट गई। इसकी वजह लड़के की हरकत थी जो लड़की को पसंद नहीं आई। जानकारी के मुताबिक शंभूगंज प्रखंड की वैदपुर पंचायत के मझगांय गांव में प्रकाश मंडल रहते हैं। उनके बेटे सौरभ कुमार की शादी थी।
उसकी शादी इसी जिले में रहने वाली बांका समुखिया मोड़ गांव में जनक मंडल की बेटी नीलम से तय हुई थी। सबकुछ सही चल रहा था। शादी का दिन भी आ गया। सौरभ दूल्हा बनकर पूरी बारात और गाजे बाजे के साथ शादी करने निकल गया। वो अपनी दुल्हन को लेने गया था। इसी वजह से काफी उत्साहित भी था।
करने लगा ऐसी हरकत, लड़की भड़क उठी
सौरभ अपनी बारात लेकर लड़की के घर पहुंच गया। इस दौरान वो बारात में ही घुस गया और पागलों की तरह नाचने लगा। उसको देखकर दूसरे लोग भी उत्साहित हो गए और नाचने लग गए। इस पर सौरभ का जोश और बढ़ गया और वो नाचने में ही मस्त हो गया और पागलों की तरह डांस करने लगा।
इसी दौरान वरमाला का समय हुआ। वहां पर भी सौरभ नहीं रुका और नाचने लगा। उसको पागलों जैसे नाचते हुए दुल्हन की नजर उसके ऊपर पड़ गई। इसके बाद वो भड़क गई और उसने शादी से ही इनकार कर दिया। उसने साफ कह दिया कि वो शादी नहीं करेगी क्योंकि दूल्हा पागल है। उसने बारातियों से वापस जाने को भी कह दिया।
पंचायत में हुआ फैसला
लड़की के शादी से मना करने पर हड़कंप मच गया। आनन-फानन में पंचायत बुलाई गई और समझौता करवाने की कोशिश की गई। वहीं लड़की ने साफ कह दिया कि लड़के की मानसिक हालत सही नहीं है, इस वजह से वो इससे शादी नहीं करना चाहती है। गांववालों ने भी लड़की के फैसले का समर्थन किया।
इसके बाद पंचायत में फैसला हुआ कि लड़के वालों को बारात वापस ले जानी होगी। पंचायत का फैसला होते ही घरातियों ने बारातियों को खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी। वहां का माहौल बिगड़ता देखकर बारातियों ने बैरंग ही वापस जाने में भलाई समझी। इसके बाद बारात बिना दुल्हन के ही वापस हो गई।