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72 हूरों के नहीं बल्कि अय्याशी के चक्कर में भारतीय सेना का शिकार बन रहे हैं आतंकी?

नई दिल्ली – कश्मीर में आतंकवादी और सेना के जवान दोनों इस वक्त अपने-अपने काम को लेकर काफी सर्तक हैं। आतंकवादी जहां अपनी जान पर खेल कर पाकिस्तान से कश्मीर आ रहे हैं तो वहीं सेना के जवान इन्हें निपटाने में उतनी ही मुस्तैदी दिखा रहे हैं। कुल मिलाकर जन्नत में हूरों के पास सप्लाई अच्छी चल रही है। लेकिन, हाल ही कुछ घटनाओं से ऐसा लगता है कि ये आंतकी अब आतंक कम अय्याशी ज्यादा करने लगे हैं। love kills as amorous jihadis.

 

कश्मीरी लड़कियों के चक्कर में फंसते आतंकी

आतंकियों के खिलाफ जारी ऑपरेशन ऑलआउट में सुरक्षाबलों ने मंगलवार को घाटी में आतंक का दुसरा नाम बन चुके लश्कर-ए-तैयबा के कश्मीर कमांडर अबु दुजाना को पुलवामा के हाकरीपोरा गांव में मार गिराया गया। सुरक्षा बलों के मुताबिक दुजाना कश्मीर में जमकर अय्याशी करता था। वह जब चाहे किसी भी कश्मीरी के घर में घुस जाता और घिनौनी हरकत करता।

यह कोई पहली बार नहीं जब किसी आतंकवादी को उसकी इश्कबाजी के कारण अपनी जान देनी पड़ी है। इससे पहले भी ऐसे कई मामले हुए हैं जब आतंकवादियों के कश्मीरी लड़कियों के साथ अफेयर की वजह से वे भारतीय सेना का शिकार बने हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक ऑफिसर के मुताबिक, ‘अधिकतर आतंकवादी अपनी बंदूक से कश्मीरी लड़कियों को इंप्रेस करते हैं और उनपर दबाव डालते हैं।’

 

आतंकियों के अय्याशी कई मामले आ चुके हैं सामने

पुलिस अफसर ने आगे ये भी बताया कि, ‘अपनी अय्याशी की वजह से आतंकवादी अपनी सुरक्षा का ख्याल नहीं रखते जिससे सुरक्षाबल इनको आसानी से ट्रैक कर लेते हैं।’ ऐसे चक्करों के कारण लश्कर-ए-तैयबा के कई आतंकियों के शिकार होने के कई मामले सामने आ चुके हैं। आतंकियों कि प्रेमिकाओं और बीवियों के कारण से सुरक्षा एजेंसियों को इनको ट्रेक करना आसान हो गया है।

इस तरह का ही एक मामला उस वक्त सामने आया था जब श्रीनगर में साल 1999 में लश्कर का कमांडर अबू तालहा एक लड़की के चक्कर में था और बाद में लड़की के पिता ने इंटेलिजेंस ब्यूरो को इसकी जानकारी दे दी थी और वह सेना का शिकार बन गया था। दूसरा मामला सोपोर में साल 2012 में लश्कर का कमांडर अब्दुल्लाह उनी का है जिसकी 4 गर्लफ्रेंड्स थीं और इसी वजह से वह खुफिया एजेंसियों का निशाना बन गया।

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