Spiritual

रक्षाबंधन पर बहनों को दें ये उपहार, धन-धन्य में होगी वृद्धि और बनी रहेगी माँ लक्ष्मी की कृपा!

भाई और बहन का रिश्ता एक अत्यंत ही पवित्र रिश्ता है और साथ ही भाई और बहन का प्रेम बड़ा ही खुबसूरत होता है। रक्षाबंधन भाई और बहन के प्रेम का दिवस होता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बाँधकर उससे खुद की सुरक्षा का भरोसा पाती है। बहन अपने भाई को सबसे ज्यादा प्रेम करती है। हालांकि वह हर बार यह ज़ाहिर नहीं कर पाती है। दोनों में जमकर लड़ाइयाँ भी होती हैं, जिससे कभी-कभी दोनों में नाराजगी भी बनी रहती है। दोनों एक दुसरे के अच्छे दोस्त भी होते हैं।

तोहफे में तीन चीजें देने से आती है खुशहाली:

हिन्दू धर्म में स्त्रियों का माँ लक्ष्मी का रूप माना जाता है। लगभग हर घर में माँ लक्ष्मी माँ, बहन, पत्नी और बेटी के रूप में वास करती हैं। अगर घर की महिलाएँ खुश रहती हैं तो घर में धन-दौलत की कभी कमी नहीं होती है। 7 अगस्त को भाई बहन के प्रेम का दिवस रक्षाबंधन आने वाला है। इस दिन आपकी बहन और बेटी जो दुसरे घर की अमानत हो गयी है, आने वाली होंगी। बहन के राखी बाँधने के बाद भाई उसे तोहफा देता है। मनु स्मृति में स्वयं मनु ने बताया है कि ऐसी तीन चीजें हैं जिन्हें घर की महिलाओं को देने से घर में खुशहाली आती है।

श्लोक:

यत्र नार्यस्तु पूज्यते, रमन्ते तत्र देवताः।

*- वस्त्र:

माता लक्ष्मी को घर का साफ़ और स्वच्छ माहौल बहुत ज्यादा पसंद होता है। जिस घर के पुरुष और महिलाएँ दोनों साफ़-सुथरे से रहते हैं और अच्छे वस्त्र धारण करते हैं, माँ लक्ष्मी उनसे काफी प्रसन्न रहती हैं। ऐसे में रक्षाबंधन के दिन आप अपनी बहन को सुन्दर वस्त्र तोहफे के रूप में दें। जो लोग ऐसा नहीं करते हैं, उन्हें जीवन में दरिद्रता का मुख देखना पड़ता है।

 

*- गहने:

गहनों को भी माँ लक्ष्मी का प्रतिरूप माना जाता है। जिस घर की महिलाएँ सुन्दर गहनों से सजती-संवरती हैं, वहाँ माँ लक्ष्मी का बसेरा हमेशा बना रहता है। घर में कभी किसी चीज की कमी नहीं रहती है। जब भी कोई विशेष त्यौहार हो उस मौके पर पुरुषों को घर की महिलाओं को तोहफे में सुन्दर गहने देने चाहिए।

 

*- मीठी वाणी:

सभी तोहफों से बढ़कर मीठी वाणी होती है। जिस घर के पुरुष महिलाओं को सम्मान देते हैं और उनसे अच्छे से बात करते हैं, उस घर पर माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है। जिस घर की स्त्रियाँ चिंतित होती हैं, उस घर की तरक्की रुक जाती है। जहाँ महिलाएँ खुश रहती हैं वहाँ दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की होती है।

Back to top button