नवजात बेटी को भरपेट दूध नहीं पिलाती मां, वजन कम करने के लिए करवा रही डायटिंग
वजन कम करने के लिए डायटिंग करना आम बात है। आमतौर पर ऐसा बड़े लोग ही करते हैं। बच्चों में ये बहुत कम देखने को मिलता है। वहीं नवजात शिशु को डायटिंग कराने के बारे में तो कोई सोच भी नहीं सकता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी महिला से मिलाने जा रहे हैं जो अपनी हाल ही में पैदा ही बच्ची से डायटिंग करवा रही है। ऐसा करने के पीछे उसने एक दिलचस्प वजह भी बताई है।
दूधमुँही बच्ची से डायटिंग करवाती है मां
सामान्यतः डॉक्टर्स नवजात शिशु को 6 महीने तक हर 2 घंटे में मां का दूध पिलाने की सलाह देते हैं। इससे बच्चा स्वस्थ तो रहता ही है, लेकिन उसका वजन भी तेजी से बढ़ता है। लेकिन केली (Kelly) नाम की एक मां अपनी दुधमुंही बच्ची सवीना को डायटिंग के चक्कर में पेटभर दूध नहीं पिलाती है। जब उसने इसकी वजह बताई तो सुनकर कई लोग दंग रह गए।
केली के अनुसार वे उनकी बच्ची को रात में पेटभर दूध नहीं देती है। वह उसे हर दो घंटे कि बजाय पांच घंटे में दूध पिलाती हैं। हालांकि दिन में वह उसे प्रॉपर दूध देती हैं। ऐसा करने की सलाह केली को उनके डॉक्टर ने दी है। डॉक्टर ने उन्हें बच्ची को रात में कम दूध पिलाने को कहा है। यह एक टाइप की डायट जैसा ही है।
इस कारण बच्ची को देती है कम दूध
दरअसल केली की बेटी का वजन सामान्य बच्चों की तुलना में 93 सेंटाइल अधिक है। ऐसे में जब डॉक्टर ने उनकी दस किलो की बच्ची को देखा तो डायट कराने की सलाह दी। बच्ची का सिर उसके शरीर की तुलना में काफी बड़ा है। वहीं बच्ची की हाइट भी उसके वजन के तुलना में बहुत कम है। यही वजह है कि डॉक्टर ने मां को बच्ची को डायट कराने का सजेशन दिया। इससे उसका BMI नॉर्मल हो जाएगा।
केली सामान्यतः अपनी बेटी को रोज 55 आउंज दूध पिलाती थी। डॉक्टर ने अब उन्हें बच्ची को 30 आउंज तक दूध पिलाने की सलाह दी है। केली बताती हैं कि उनकी बेटी को केवल मां का ही दूध पसंद है। वह पैसिफायर या फिर बॉटल पसंद नहीं करती हैं। केली ने अपनी बेटी के इस अनुभव को टिकटॉक पर वीडियो के माध्यम से बताया है।