टाइम पास के लिए ना बनाएं रिश्ते, अपनों को दिया करें वक़्त
आजकल की फ़ास्ट जीवनशैली में लोगों के पास टाइम की बहुत कमी है. अपनी ज़रूरतों को पूरा करने में हम इतने बिजी हो जाते हैं की अपने आस-पास के लोगों पर ध्यान ही नहीं देते. रिश्ता चाहे भाई-बहन का हो, पति-पत्नी का या माता-पिता का, सबकुछ होने के बाद भी कमी सी लगती है. लेकिन अगर देखा जाए तो बात सिर्फ समय की नहीं है, बात बदलती हुई लाइफस्टाइल की भी है. बदलती हुई लाइफस्टाइल के साथ बदला है हम सब का एटीटूड. अगर आप किसी के लिए वक़्त निकालना चाहते हैं तो आसानी से निकाल सकते हैं. बस ज़रूरी ये हो जाता है की आप प्रायोरीटी किसे देते हैं.
कामकाजी लोगों के लिए घर और ऑफिस के बीच टाइम कम पड़ जाता है :
कामकाजी लोगो के साथ तो घर और ऑफिस के बीच का ही टाइम कम पड़ जाता है, तो वो बाकियों से बात करने के लिए समय कहां से निकाले वे अपने काम में ही इतना मशगूल रहते हैं कि उनके पास अपने रिश्तों में आई उलझनों को सुलझाने तक का वक़्त नहीं होता. प्रोब्लम्स को सुलझाना उन्हें टाइम की बर्बादी लगती है जिस वजह से कम्युनिकेशन गैप होने लगता है और बात सोल्व होने की बजाय और बिगड़ने लगती है. इन सबके बाद उन्हें अपने ही दुनिया में रहना अच्छा लगने लगता है.
इन सबमें में सबसे बड़ा हाथ सोशल नेटवर्किंग साइट्स और इंटरनेट का होता है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स और इंटरनेट ने हमारी ज़िन्दगी में तेज़ी से बदलाव किया है. ऑनलाइन हम दोस्तों के संपर्क में तो रहते हैं पर अपने घर में रहने वाले सदस्यों के साथ नहीं.
कैसे करें दूरी कम..क्या है उपाय
हर बार ये कह देने से की समय की कमी है, इससे बात सोल्व नहीं होने वाली. रिश्तों की नज़ाकत को समझें. अगर आपको लगता है की रिश्ते में ख़ामोशी या दरार आ रही है, तो इसे पहचानकर अपनी जीवनशैली में थोड़ा बदलाव लाकर इसे दूर करने की कोशिश करें.
रात के समय टीवी, मोबाइल या लैपटॉप से चिपके रहने से अच्छा है अपनों के साथ कुछ देर के लिए क्वालिटी वक़्त बिताएं. परिवार के लिए भी छुट्टी लें, हर समय ऑफिस या दोस्तों के बीच ना रहे.