पड़ रही थी तपती धूप, मां ने फैलाया आंचल और बच्चों को मिल गई जन्नत, देखें तस्वीर
‘चलती फिरती आंखों से अजां देखी है, मैंने जन्नत तो नहीं देखी लेकिन मां देखी है।‘ मां की जितनी तारीफ की जाए कम ही है। लोग मां को भगवान से भी ऊपर मानते हैं। एक मां कभी बच्चों को दुखी नहीं देख सकती है। खुद तकलीफ में रहेगी, लेकिन बच्चों पर जरा सी आंच भी नहीं आने देगी। अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस मां को ही ले लीजिए।
मां ने आंचल फैला बच्चों को धूप से बचाया
कहते हैं दुनिया के सारे सुखों से बढ़कर मां का आंचल होता है। मां के आंचल की छाया को दुनिया की सबसे सुरक्षित जगह कहा जाता है। इसकी छत्रछायां में कोई आपका बाल भी बाका नहीं कर सकता है। सोशल मीडिया पर छाई मां की ये तस्वीर इसका जीता जागता उदाहरण है। इस वायरल तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे एक मां अपने बच्चों को तप्ती धूप से बचाने के लिए साड़ी का आंचल फैला देती है।
इस आंचल की छांव में बच्चे तप्ती धूप से बच जाते हैं। वे राहत की सांस महसूस करते हैं। गौरतलब है कि इन दिनों गर्मी का सीजन है। ऐसे में तेज धूप से सड़क भयंकर तप रही है। माहौल भी बड़ा गरमा रहा है। ऐसे में बच्चों की हालत गर्मी में बहुत खराब हो जाती है। यह बात मां अच्छे से जानती है। इसलिए बच्चों को धूप से बचाने के लिए वह अपने आंचल का सुरक्षा कवच बना लेती है।
IAS अधिकारी ने शेयर की फोटो
माँ के कोमल आँचल से बड़ी छाया और कही नहीं 🙏🏻 💕 pic.twitter.com/V5g8GnbRhP
— Sonal Goel IAS (@sonalgoelias) March 20, 2022
मां का यह अंदाज IAS अधिकारी सोनल गोयल को भी बड़ा पसंद आया। उन्होंने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मां की यह प्यारी तस्वीर साझा की। साथ ही कैप्शन में लिखा “मां के कोमल आँचल से बड़ी छाया और कही नहीं”। अब यह तस्वीर लोगों को बड़ी पसंद आ रही है और वह इस पर अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
और मां ही है जो मर्म समझती है , बिन कहे मेरा हर दुःख दर्द समझती है ।
मां की काया से बड़ा आशीर्वाद और कुछ नही है ।— Satish🇮🇳 (@satishshukla244) March 20, 2022
माँ का आँचल शीतल छाया हैं।
माँ वंदनीय हैं, पूजनीय हैं। 🙏— 💗Prakash Waghela~~~ (@Prakash03307230) March 20, 2022
मां के लिए कोई शब्द ही नहीं जिसमें मां को बयां किया जा सके❤️
— Satyanshu Singh Rajput (@Satyanshu0734) March 21, 2022
आँचल तो छाया देती ही है, पर माँ की परछाई भी छाया का काम करती है..
— Aakash Tiwari (@aakashtiwari_22) March 20, 2022
एक यूजर लिखता है “मां के लिए कोई शब्द ही नहीं जिसमें मां को बयां किया जा सके।” फिर दूसरा लिखता है “माँ का आँचल शीतल छाया हैं। माँ वंदनीय हैं, पूजनीय हैं” फिर एक कमेन्ट आता है “आँचल तो छाया देती ही है, पर माँ की परछाई भी छाया का काम करती है।” फिर एक यूजर लिखता है “और मां ही है जो मर्म समझती है , बिन कहे मेरा हर दुःख दर्द समझती है। मां की काया से बड़ा आशीर्वाद और कुछ नही है।”