मरने से पहले अस्पताल में मीना कुमारी ने दिया था आखिरी शॉट, कहा- बाद का क्या भरोसा, आप तैयारी करो
मीना कुमारी (Meena Kumari) हिंदी सिनेमा के इतिहास की सबसे ख़ूबसूरत और बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक थीं. मीना कुमारी ने हिंदी सिनेमा में बड़ा नाम कमाया है. वे करीब पचास साल पहले इस दुनिया को अलविदा कह चुकी थी हालांकि आज भी उनकी चर्चा होते रहती है.
मीना कुमारी ने 50 और 60 के दशक में हिंदी सिनेमा में काम किया था. उनकी सफ़ल फिल्मों में ‘बैजू बावरा’, ‘पाकीजा’ और ‘दिल अपना और प्रीत पराई’ जैसी कई हिट फ़िल्में शामिल है. मीना अपने काम के प्रति बेहद समर्पित थी. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एक फिल्म की शूटिंग उन्होंने अपने अंतिम दिनों में अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान अस्पताल में ही की थी.
गौरतलब है कि बहुत छोटी उम्र में मीना कुमारी ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था. 1 अगस्त 1933 को मीना का जन्म मुंबई में हुआ था. उनका असली नाम महज़बीं बानो. महज़बीं बानो मुस्लिम थीं. वहीं मीना का निधन महज 39 साल की उम्र में हो गया था.
मीना कुमारी किसी बीमारी से जूझ रही थी. बताया जाता है कि उन्हें लीवर का कैंसर था. जिस वजह से वे बहुत जल्दी इस दुनिया को छोड़ गईं. आख़िरी दिनों में मीना कुमारी की हालत काफी खराब हो चुकी थी. वे काफी बीमार रहती थीं. उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. अस्पताल में भर्ती होने से पहले मीना ने लगभग अपनी सभी अधूरी फिल्मों की शूटिंग पूरी कर ली थी.
मीना उन दिनों फिल्म ‘दुश्मन’ की शूटिंग भी कर रही थी. हालांकि अस्पताल में भर्ती होने से पहले उनकी इस फिल्म की शूटिंग पूरी नहीं हो पाई थी. जानकारी के मुताबिक़ कुछ हिस्से की शूटिंग बची हुई थी और मीना तब अस्पताल में भर्ती थीं. लेकिन इसके बावजूद मीना ने अस्पताल में ही शूटिंग खत्म की थी.
फिल्म दुश्मन साल 1971 में प्रदर्शित हुई थी. इस फिल्म में उन्होंने राजेश खन्ना, बिंदु, कुमारी नाज, रेहमान और मुमताज के साथ काम किया था. मीना ने इस फिल्म के बचे हिस्से की शूटिंग पूरी करने का मन बना लिया था. उन्होंने सोचा था कि वे ठीक होकर जल्द बची हुई शूटिंग पूरी कर लेंगी.
एक दिन फिल्म के निर्माता और निर्देशक मीना का हाल चाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे. तो उनके सामने मीना फिल्म अधूरी रह गई इस बात का अफ़सोस जताने लगी. तब मेकर्स ने उनसे कहा कि, ”कोई बात नहीं सब मैनेज हो जाएगा, लेकिन एक शॉट की दिक्कत हो जाएगी, जिसमें आपको दुल्हन बनना है”.
मीना ने पहले यह मन बनाया था कि वे ठीक होकर फिल्म की शूटिंग पूरी कर लेंगी हालांकि फिर उन्होंने अस्पताल में ही सीन पूरा करने की ठानी. उन्होंने मेकर्स से कहा था कि, ‘बाद का क्या भरोसा, यहीं शूट करते हैं, मैं हॉस्पिटल वालों से परमिशन ले लूंगी, आप तैयारी करो”.
कुछ दिनों बाद सीन शूट किया जाने लगा. फिल्म दुश्मन के जितने भी हिस्से की शूटिंग बची थी उन्हें मीना ने अस्पताल के बेड पर ही पूरा किया. बता दें कि उन्होंने अपने जीवन का लास्ट सीन अस्पताल के बेड पर दिया था. गौरतलब है कि मीना कुमारी का निधन 31 मार्च 1972 को मुंबई में हुआ था.