काल बनकर आया आवारा कुत्तों का झुंड, 7 साल के मासूम का किया यह हश्र
कहते हैं कुत्ता इंसानों का सबसे अच्छा दोस्त होता है। हम कई ऐसी खबरें भी सुनते आए है जहां कुत्ता इंसानों की जान भी बचा लेता है। लेकिन जिस तरह से इंसान भी अच्छे बुरे होते हैं, ठीक वैसे ही कुछ कुत्ते भी कभी कभी आक्रामक हो जाते हैं। खासकर सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्तों का कोई भरोसा नहीं होता है। ये कब किस पर हमला कर दे कुछ कह नहीं सकते हैं। अधिकतर केस में ये आवारा कुत्ते बच्चों को ज्यादा टारगेट करते हैं।
अब उत्तर प्रदेश के रामपुर की ये दुखद घटना ही ले लीजिए। यहां एक कुत्तों के झुंड ने 7 साल के मासूम पर हमला बोल दिया। उन्होंने बच्चे को इतनी बुरी तरह से काटा कि उसकी अस्पताल पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। बच्चे की पहचान सौरभ सिंह के रूप में हुई है। वह सुआर के कोतवाली क्षेत्र के जमीरगंज गांव के मुखिया चंचल सिंह का भतीजा था।
सब्जियां लेने गया था मासूम
यह दुखद मामला बीते मंगलवार (15 मार्च) का है। परिजनों ने बताया कि सौरभ खेत से सब्जियां लेने गया था। हालांकि वापसी में कुछ आवारा कुत्तों के एक झुंड ने उस पर हमला कर दिया। जब वह दर्द से चीखने लगा तो आसपास खेत में काम कर रहे किसान उसकी मदद को दौड़े। उन्होंने कुत्तों को वहाँ से भगा दिया। हालांकि कुत्तों के काटने की वजह से बच्चे का काफी खून बह चुका था।
अस्पताल ले जाने से पहले तोड़ा दम
ग्रामीण बच्चे को आनन फानन में इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए, लेकिन रास्ते में ही बच्चे ने दम तोड़ दिया। बच्चे की मौत की खबर सुन परिवार में मातम छा गया। किसी को यकीन नहीं हुआ कि उनके परिवार का लाड़ला अब इस दुनिया में नहीं रहा। लोकल सूत्रों ने बताया कि बीते दो दिनों में इलाके के 20 लोगों ने कुत्ते के काटने की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शिकायत की थी। ग्रामीणों ने प्रशासन को कार्रवाई करने के लिए भी कहा था। लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इसके पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं जहां कुत्तों ने बच्चों को घायल कर दिया या मार दिया। ऐसी स्थिति में छोटे बच्चों को कहीं भी अकेले नहीं भेजना चाहिए। उन्हें कुत्ता सामने आने पर क्या करना चाहिए इसकी ट्रेनिंग भी देनी चाहिए। कई बार बच्चे भी जानबूझकर कुत्तों को तंग करते हैं जिसके चलते वह हमला बोल देता है।