एक सुर में बोले सोनिया और राहुल गांधी, कहा- फेसबुक लोकतंत्र के लिए ख़तरा, सरकार से की यह अपील
यह दौर सोशल मीडिया का दौर है. आज के समय में हर कोई सोशल मीडिया पर है. व्यक्ति का सोशल मीडिया पर काफी समय बीतता है, लोग इस पर अपना समय भी काफी अच्छे से काट लेते हैं हालांकि सोशल मीडिया का उपयोग कई बार लोगों के लिए नुकसान दायक भी साबित होता है.
बता दें कि सोशल मीडिया कई हद तक लोगों की सोच को प्रभावित करता है. कई बार लोगों की निजी जानकारी भी लीक हो जाती है. ऐसे में कांग्रेस के दो बड़े दिग्गज़ सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस पर बड़ी बात रखी है. आपको जानकारी के लिए बता दें कि हाल ही में मां-बेटे की इस जोड़ी ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया है.
कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक की मदद से मोदी सरकार पर हमला बोला है और फेसबुक को लोकतंत्र के लिए ख़तरा बताया है. सोनिया गांधी के मुताबिक़ आज के समय में फेसबुक और ट्विटर जैसी कंपनियां नैरेटिव सेट करने का काम कर रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आगे कहा कि यह तो सच्चाई है कि ज्यादातर लोग आज के समय में सोशल मीडिया प्रयोग करते हैं. लेकिन मीडिया देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को बराबरी का स्थान उपलब्ध नहीं कराता. यही कारण है कि सत्ताधारी पार्टी दूसरी पार्टियों की तुलना में ज्यादा हावी दिखाई देती है. सोनिया गांधी ने आगे तीखा हमला बोलते हुए कहा कि इसे सामाजिक सौहार्द बिगड़ रहा है और हमारे लोकतंत्र को भी खतरा है.
दूसरी ओर केंद्र सरकार से राहुल गांधी ने फेसबुक पर लगाम लगाने की बात कही और साथ ही कांग्रेस सांसद ने भी फेसबुक को लोकतंत्र के लिए ख़तरा बताया. राहुल ने बुधवार को फेसबुक का स्वामित्व रखने वाली कंपनी ‘मेटा’ के नाम का हवाला देते हुए कहा था कि, ”लोकतंत्र के लिए ‘मेटा-वर्स’ बहुत खराब है”.
Meta-worse for democracy. pic.twitter.com/61n0wFj6gQ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 16, 2022
पांचों राज्यों में कांग्रेस की हुई करारी हार…
गौरतलब है कि 10 मार्च को पंजाब और उत्तर प्रदेश सहित देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के परिणाम जारी हुए थे. कांग्रेस के लिए चुनावी नतीजे बुरे सपने की तरह थे. पांचों में से एक भी राज्य कांग्रेस जीत नहीं सकी. यहां तक कि पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी वहां आम आदमी पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की.
अन्य चार राज्यों मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को शिकस्त झेलनी पड़ी है. इन चारों राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शानदार जीत हासिल की है.