भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर यूपी की सत्ता हासिल कर ली है। विधानसभा चुनाव में सपा से कांटे की टक्कर मिलने की उम्मीद के बीच बीजेपी ने अपना परचम लहरा दिया और 273 सीटों पर विजय प्राप्त कर ली। वैसे तो ये पूरी भाजपा की ही जीत है लेकिन कप्तान के रूप में इसका श्रेय योगी आदित्यनाथ को जा रहा है जिनके नेतृत्व में ये चुनाव लड़ा गया।
पार्टी ने पहले ही साफ कर दिया था कि अगर पार्टी दोबारा सत्ता में आती है तो योगी ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। इसी वजह से सत्ता मिलते ही योगी की ताजपोशी की तैयारी शुरू हो गई है। शपथ ग्रहण समारोह में कई वीवीआई मेहमान आने वाले हैं। इनमें राहुल गांधी, अखिलेश यादव से लेकर मायावती तक हो सकते हैं।
इकाना स्टेडियम में होगा आयोजन
योगी की ताजपोशी को भाजपा सरकार भव्य बनाने जा रही है। दूसरी बार सीएम की कुर्सी हासिल करने जा रहे योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण कार्यक्रम काफी भव्य तरीके से मनाने की तैयारी हो रही है। इस बार शपथ ग्रहण समारोह इकाना स्टेडियम में किया जाना है। इसके लिए मेहमानों की लिस्ट भी बन गई है।
भाजपा इस बार आयोजन से विपक्षियों को भी अपनी भव्यता का संदेश देना चाहती है। इसी वजह से इस बार शपथ ग्रहण में 45 हजार लोगों को बुलाने की योजना है। वहीं जो लिस्ट फाइनल की गई है उसमें करीब 200 नाम तो वीवीआईपी लोगों के हैं। इनमें विपक्ष के कई बड़े चेहरे भी हैं जिनको निमंत्रण देने की योजना बनाई जा रही है।
अखिलेश, राहुल, मायावती भी होंगे शामिल!
भाजपा ने वीवीआईपी की जो लिस्ट तैयार की है, उनमें विपक्षी दलों के भी बड़े चेहरे शामिल हैं। इनमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और मायावती, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, सपा नेता मुलायम सिंह यादव के नाम शामिल हैं। इसके अलावा भी कई बड़े नेताओं को निमंत्रण भेजने की तैयारी हो रही है।
वहीं भाजपा अपने नेताओं को भी बुलाएगी। इनमें भाजपा शासित प्रदेशों के सीएम को बुलावा भेजा जाएगा। इनके अलावा प्रदेश भर के उन लाभार्थियों को भी आमंत्रित किया जाएगा, जिन्हें केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों से फायदा पहुंचा है। सबके लिए इकाना में तैयारी जोरो-शोरों से हो रही है।
योगी ने दोबारा वापसी कर बनाया रिकॉर्ड
योगी आदित्यनाथ ने सीएम की कुर्सी पर दोबारा वापसी कर रिकॉर्ड बना दिया है। इससे पहले यूपी में कोई सीएम दो बार लगातार सीएम की कुर्सी नहीं पा सका था। योगी ने जनता का प्यार हासिल कर कीर्तिमान स्थापित कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने नोएडा जाने वाला मिथक भी तोड़ दिया। मिथक ये था कि जो भी सीएम रहते नोएडा जाता है, वो दोबारा सीएम नहीं बन पाता है।
चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने भी बड़े-बड़े दावे किए थे। उन्होंने योगी सरकार पर आरोप लगाए थे और कहा था कि जनता उनसे परेशान है। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ और भाजपा को हर वर्ग और धर्म का समर्थन मिला। भले ही बीजेपी की स्थिति पहले से कमजोर हुई है लेकिन इस बार भी पार्टी बहुमत हासित कर सरकार बनाने में कामयाब रही है।