इन दिनों बॉक्स ऑफिस पर एक फिल्म जबरदस्त परफॉर्मेंस दिखा रही है। इस फिल्म का नाम ‘कश्मीर फाइल्स’ है। मूवी में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार के बारे में दिखाया गया है। इस फिल्म की पूरे देश में चर्चा हो रही है। वहीं फिल्म ने प्रभास की राधेश्याम को भी टक्कर देनी शुरू कर ही है।
लोगों के बीच लोकप्रिय हो रही इस फिल्म को कई राज्यों में टैक्स फ्री भी कर दिया गया है। इस वजह से दर्शक और भी बड़ी संख्या में फिल्म देखने आ रहे हैं। वहीं राजनेता भी इस फिल्म को देख रहे हैं और तारीफ कर रहे हैं। पीएम मोदी ने भी इसकी सराहना की थी। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी ने फिल्म को लेकर हिन्दू मुस्लिम की राजनीति शुरू कर दी है।
विवेक रंजन ने बनाई है फिल्म
कश्मीर फाइल्म डायरेक्टर विवेक रंजन अग्निहोत्री की मेहनत का नतीजा है। इस फिल्म के निर्देशन में उन्होंने अपनी पूरी जान लगा दी है। विवेक ने फिल्म के लिए काफी रिसर्च की है। वो खुद कश्मीर में पीड़ित हुए पंडितों से मिले और उनकी आपबीती व दर्द को जाना और समझा। इसके बाद उन्होंने उनकी सच्ची घटनाओं को पर्दे पर दिखाया है।
11 मार्च को रिलीज हुई इस फिल्म के निर्माता अभिनव अग्रवाल हैं। फिल्म में उस दौर के आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे बिट्टा कराटे का इंटरव्यू भी दिखाया गया है। बिट्टा कश्मीर त्रासदी के दौरान कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के लिए काम करता था। फिल्म में तीन कलाकारों ने जान फूंक दी है। इनमें पल्लवी जोशी, अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती हैं। तीनों की बहुत तारीफ हो रही है।
कांग्रेस ने शुरू की राजनीति
इस फिल्म को काफी सराहा जा रहा है। खुद देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने फिल्म को देखा और तारीफ की। कई दूसरे नेता भी फिल्म की तारीफ कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस फिल्म को लेकर भी राजनीति शुरू कर दी है। कांग्रेस की केरल इकाई ने कश्मीर फाइल्स को लेकर हिन्दू मुस्लिम की राजनीति शुरू कर दी है।
केरल कांग्रेस का बड़ा बयान आया है। इस बाबत केरल कांग्रेस ने ट्वीट किया है। पार्टी ने लिखा है-कश्मीरी पंडितों के बारे में तथ्य: वे आतंकवादी ही थे जिन लोगों ने पंडितों को निशाना बनाया। पिछले 17 सालों यानि 1990 से 2007 में होने वाले आतंकवादी हमलों में 399 पंडित मारे गए हैं। इतनी ही अवधि में आतंकवादियों की ओर से मारे गए मुसलमानों की संख्या 15,000 है।
विवाद बढ़ते ही कर दिया डिलीट
हालांकि इस ट्वीट से विवाद बढ़ गया था। इसके बाद कांग्रेस ने बैकफुट पर आकर ट्वीट को डिलीट करने में ही भलाई समझी। हालांकि जितना नुकसान पार्टी को होना था, वो हो चुका है क्योंकि ये ट्वीट वायरल हो गया। सोशल मीडिया पर लोग कांग्रेस पार्टी को जमकर लताड़ रहे हैं और धर्म की राजनीति करने का आरोप भी लगा रहे हैं।