बाबा के बुल्डोजर की दीवानगी: महिलाएं बनवा रहीं टैटू, एक घंटे का किराया पहुंचा 10 हजार
योगी आदित्यनाथ की सरकार फिर से उत्तर प्रदेश मे लौट रही है। चुनाव प्रचार के दौरान कई चीजें चर्चा में रहीं लेकिन जिसकी सबसे ज्यादा चर्चा हुई वो बुल्डोजर था। इसे बाबा का बुल्डोजर नाम दिया गया था। खुद योगी की सभाओं में इसको भगवा झंडा लगाकर बाहर खड़ा किया जाता था।
चुनाव तो बीत गए और भाजपा की सरकार फिर से सत्ता में आ गई। इसी के साथ बुल्डोजर की दीवानगी कम नहीं हुई बल्कि और बढ़ गई है। क्या महिलाएं, क्या बच्चे और क्या आम लोग, सभी बुल्डोजर के दीवाने हो चले हैं। आलम ये है कि बुल्डोजर का किराया दो से तीन गुना तक बढ़ गया है।
योगी ने बनाया था बुल्डोजर को मुद्दा
योगी आदित्यनाथ ने चुनाव प्रचार के दौरान बुल्डोजर को मुद्दा बनाया था। कभी इंटरव्यू तो कभी भाषणों में वो बुल्डोजर का जिक्र करते थे। वो कहते थे कि हमारी सरकार ने माफिया का अवैध कब्जा हटाने के लिए बुल्डोजर चलाया। वहीं उनका कहना था कि बुल्डोजर से उन्होंने रोड बनाने जैसे विकास कार्य भी करवाए और अवैध काम करने वालों को सबक भी सिखाया।
विपक्षी दलों को जवाब देते हुए योगी ने बुल्डोजर को अहम मुद्दा बना लिया था। वहीं उन्होंने साफ कह दिया था कि उनकी अगली सरकार बनने पर भी बुल्डोजर चलना जारी रहेगा। इसी के बाद से भाजपा समर्थकों ने बाबा का बुल्डोजर नाम दे दिया था। अब चुनाव जीतते ही इसका क्रेज और दीवानगी ज्यादा बढ़ गए हैं।
महिलाओं-बच्चों को भाया बुल्डोजर
बाबा का बुल्डोजर का क्रेज अब भाजपा तक ही सीमित नहीं रह गया है। अब इसकी दीवानगी आम आदमी तक पहुंच गई है। खासकर महिलाओं में भी इसका क्रेज दिखने लगा है। महिलाएं बुल्डोजर के टैटू को अपने हाथों में गुदवाती नजर आ रही हैं। वो बेहद खुशी से इसकी डिजाइन अपने हाथों में बनवा रही हैं।
वहीं महिलाओं की तरह ही बच्चों का भी क्रेज बाबा का बुल्डोजर पर बढ़ता दिख रहा है। इसका सबूत दे रहे हैं खिलौने की दुकान वाले जिनकी दुकानों पर अलग-अलग तरह के बुल्डोजर वाले खिलौने आ गए हैं। दुकानदार बताते हैं कि बच्चे दुकान पर आते हैं और उनकी नजर प्लास्टिक के बुल्डोजर पर पड़ती है तो वो मम्मी-पापा से ‘बाबा का बुल्डोजर’ कहकर लेने की जिद करते हैं।
दोगुना हो गया बुल्डोजर का किराया
योगी सरकार की जीत के बाद शोभायात्रा हो या जुलूस, बुल्डोजर जरूर बुलवाए जा रहे हैं। इतना ही नहीं आम लोग भी अगर कोई आयोजन कर रहे हैं तो वे भी बुल्डोजर का इंतजाम कर रहे हैं। इसी वजह से बुल्डोजर का किराया दोगुना से भी ज्यादा हो गया है। इसके बाद भी लोग इसको मंगवाने से परहेज नहीं कर रहे हैं।
बुल्डोजर मालिकों का कहना है कि जहां पहले इसका किराया 4 से 5 हजार रुपये प्रतिघंटे हुआ करता था, अब 10 से 12 हजार रुपये प्रतिघंटे तक पहुंच गया है। इसके बाद भी लोग आयोजन स्थल पर बुल्डोजर को खड़ा रखने के लिए बुक कर रहे हैं। इसकी डिमांड कम होने का नाम ही नहीं ले रही है बल्कि बढ़ती ही जा रही है। उपहार में भी बुल्डोजर वाले खिलौनों का चलन हो गया है।