शत्रुघ्न सिन्हा के लिए ‘खामोश’ हुई कांग्रेस, बाबुल सुप्रियो की छोड़ी सीट पर इस दल से लड़ेंगे
पश्चिम बंगाल में एक लोकसभा सीट और एक विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने दो बड़े नामों को मैदान में उतार दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री शत्रुघ्न सिन्हा आसनसोल से लोकसभा उपचुनाव में टीएमसी प्रत्याशी होंगे और बालीगंज से विधानसभा उपचुनाव के लिए बाबुल सुप्रियो टीएमसी उम्मीदवार होंगे।
पिछले साल बाबुल सुप्रियो ने अपनी लोकसभा सीट आसनसोल से इस्तीफा दे दिया था। बाद में उन्होंने बीजेपी छोड़ तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। अब उन्हीं की खाली हो चुकी सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं। बाबुल सुप्रियो साल 2014 और 2019 में लगातार दो बार आसनसोल लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए थे।
आसनसोल के सियासी समीकरण
आसनसोल, कोलकाता के बाद पश्चिम बंगाल का दूसरा बड़ा शहर है। आसनसोल लोकसभा सीट पर पहले कांग्रेस और फिर सीपीएम का कब्जा रहा है लेकिन 2014 में यहां के राजनीतिक समीकरण बदले। मोदी लहर में यहां से पहली बार बाबुल सुप्रियो सांसद चुने गए। उन्होंने तब टीएमसी की डोला सेन को शिकस्त दी थी।
लेकिन बड़ा सवाल ये कि शत्रुघ्न की पुरानी पार्टी कांग्रेस को पता नहीं शत्रुघ्न सिन्हा ने कब छोड़ी? पार्टी के तमाम बड़े नेता शत्रुघ्न के इस दल बदल से हैरानी में हैं।बिहार कांग्रेस के नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा वो जब तक यहां थे पार्टी में उनकी उपयोगिता दिखी नहीं, पार्टी से बेटे को लड़ाया, सिर्फ पार्टी का फायदा उठाया, वो कभी भी सक्रिय रहे नहीं, हमे जीवंत लोग चाहिए। प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा हम उम्मीद करते हैं अब वो जहां जा रहे हैं वो वहां जितने दिन रहेंगे, पार्टी में सक्रिय रहेंगे।’
Happy to announce on behalf of the All India Trinamool Congress that Sri Shatrughan Sinha, former Union Minister and famed actor, will be our candidate in Loksabha by-election from Asansol. (1/2)
— Mamata Banerjee (@MamataOfficial) March 13, 2022
कोलकाता की बालीगंज सीट
बालीगंज विधानसभा सीट विधायक सुब्रत मुखर्जी के निधन के खाली हुई थी। दक्षिण कोलकाता स्थित बल्लीगंज पश्चिम बंगाल की बेहद महत्वपूर्ण सीट है जो पिछली तीन बार से टीएमसी के कब्जे में है। इस सीट से 2021 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी के सुब्रत मुखर्जी ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी के लोकनाथ चटर्जी को 75359 वोटों से पटखनी दी थी। 4 नवंबर को उनका हार्ट अटैक से निधन हो गया था। वह 75 साल के थे। सुब्रत मुखर्जी के निधन के बाद ये विधानसभा सीट खाली हुई है, जिसके बाद अब यहां उपचुनाव कराए जाएंगे।
12 अप्रैल को वोटिंग, 16 को नतीज
चुनाव आयोग के मुताबिक, उपचुनाव के लिए 17 मार्च को नोटिफिकेशन जारी होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 24 मार्च होगी जबकि 25 मार्च को नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी की जाएगी। 28 मार्च नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख होगी। वोटिंग 12 अप्रैल को होगी और 16 अप्रैल को रिजल्ट आएगा।