लैंड रोवर से जा रहे थे Paytm के मालिक, मार दी कमिश्नर की गाड़ी को टक्कर, पुलिस ने देख लिया नंबर
पेटीएम कंपनी के बारे में तो आप सभी ने सुना होगा। कैशलेश ट्रांजेक्शन वाली कंपनी के सीईओ इस समय बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं। उनकी कार ने कमिश्नर की गाड़ी को टक्कर मार दी। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही गाड़ी लेकर वहां से निकल गए। हालांकि इसके बाद भी वो बच नहीं सके और मुसीबत में फंस गए। आइए जानें पूरी खबर क्या है।
लैंड रोवर से मारी गाड़ी में टक्कर
अंग्रेजी न्यूज पेपर द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक ये घटना पिछले महीने की है। 22 फरवरी को पेटीएम कंपनी के मालिक विजय शेखर शर्मा की गाड़ी जगुआर लैंड रोवर थी। दिल्ली के अरबिंदो मार्ग पर द मदर्स इंटरनेशनल स्कूल के बाहर उनकी कार ने डीसीपी (दक्षिणी जिला) की गाड़ी को टक्कर मार दी।
मौके पर मौजूद कांस्टेबल दीपक कुमार ने इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई। उसने गाड़ी का नंबर नोट कर लिया था। नंबर के आधार पर जब गाड़ी की पहचान की गई तो पता लगा कि वो लैंड रोवर पेटीएम के सीईओ विजय शेखर की है। इसके बाद उनसे कॉल से लेकर मैसेज के जरिये संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
कांस्टेबल ने सुनाई आपबीती
कांस्टेबल ने पूरी घटना के बारे में बताया। उसका कहना है कि वो घटनास्थल पर सुबह 8 बजे के करीब वहां पहुंचा था। उसके साथ एक कांस्टेबल प्रदीप भी था। वहां स्कूल के पास लोग अपने बच्चों को छोड़ने आ रहे थे तो जाम लग रहा था। इसी वजह से उसने गाड़ी को धीमा करने को कहा ताकि जाम न बढ़ जाए।
इसी दौरान एक तेज गति से आई लैंड रोवर ने डीसीपी की गाड़ी में टक्कर मार दी। वहां रुकने के बजाय गाड़ी चालक कार समेत मौके से फरार हो गया। कांस्टेबल का कहना है कि गाड़ी काफी टूट गई थी, इसलिए हमने गाड़ी को किनारे किया और डीसीपी बनिता मैरी जयकर को फोन किया। उनको पूरी घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने कर लिया गिरफ्तार
घटना के बाद कांस्टेबल ने गाड़ी मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। जब नंबर के आधार पर जांच की गई तो नंबर हरियाणा का निकला। पता लगा कि ये गाड़ी नंबर गुरुग्राम की कंपनी पेटीएम का है। इसके बाद पुलिस ने कंपनी से पता किया तो कंपनी की ओर से कहा गया कि ये गाड़ी ग्रेटर कैलाश निवासी शर्मा को दी गई है।
इसके बाद पुलिस ने पेटीएम सीईओ श्री शर्मा को मालवीय नगर पुलिस स्टेशन बुलाया। यहां पर उनको लापरवाही में गाड़ी चलाने के केस में गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि उनको जमानत पर रिहा भी कर दिया गया। मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से कमिश्नर ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं पेटीएम प्रवक्ता ने भी मामले पर बोलने से इनकार कर दिया। वहीं इस एक्सीडेंट के बाद पुलिस ने उनकी कार को भी सीज कर दिया है।